पटना : बुडको के नए एमडी आनंद किशोर द्वारा पटना के नालों का नक्शा मांगते ही अफसरों के पसीने छुटने लगे हैं। आनन्द किशोर ने जानना चाहा है कि किन परिस्थितियों में नक्शे गायब हुए। अगर कोई दूसरा विभाग उसे ले गया तो जिम्मेदारी किस पर फिक्स की जाए।
एमडी ने मांगा बुडको के अफसरों से नक्शा
बुडको में कोई भी अफसर यह बताने को तैयार नहीं है कि नक्शा है कहां? उसकी न तो कोई पंजी है और न ही कोई जिम्मेदार पदाधिकारी। नतीजा, पदाधिकारियों में बेचैनी छा गयी है कि नक्शा है कहां?
जानकारी के अनुसार, एमडी ने योगदान के दिन ही बैठक में निर्देश दिया था कि नक्शा अविलम्ब उनके पास होना चाहिए। बावजूद नक्शा उनके टेबल पर नहीं भेजा गया। नक्शे की खोज आज भी होती रही।
नक्शा का जिम्मेदार कौन? नगर निगम या बुडको
जानकारी के अनुसार, नालों की खोज शुरू होने के साथ ही यह भी सवाल उठने लगे हैं कि जांच टीम आखिर किन कारणों की पड़ताल करेगी कि नालों की सफाई पर कितने खर्च हुए।
इसके जवाब में बुडको के एक अधिकारी ने बताया कि अंदााजा तो लगाया ही जा सकता है कि कितनी राशि खर्च हुई। वैसे, जांच टीम ने बुडको से भी जानना चाहा है कि पिछले वर्षों में हुए खर्च का ब्यौरा पटना नगर निगम तथा बुडको संयुक्त रूप से दे, तब जाकर खर्च का हिसाब लग सकता है।
कदम-कदम पर हुए भ्रष्टाचार की पोल कैसे खुलेगी?
जांच टीम को लेकर पटना नगर निगम के अफसरों में बेचैनी है कि कहीं उनकी पोल न खुल जाए कि नालों की उड़ाही कई इलाकों में हुई ही नहीं और पैसे निकाल लिये गये। पटना के राजेन्द्र नगर और लोहानीपुर के बारे में बताया गया है कि वहां वर्षों से उड़ाही नहीं हुई।
वैसे, बुडको यह कह कर पल्ला झाड़ रहा है कि पारंपरिक रूप से नालों की सफाई नगर निगम ही अपने भारी-भरकम बजट से करता रहा है। लाजिमी है नक्शा निगम के ही पास होगा। दूसरी ओर निगम का कहना है कि कई मौकों पर उसके अधिकार क्षेत्र का अतिक्रमण करते हुए कागजात और कार्यों को बुडको मांगता रहा है। इस प्रकरण में दिलचस्प यह है कि बुडको अथवा निगम का कोई भी अधिकारी इस सबंध में बोलने से कतराता रहा है।
सूत्रों ने बताया कि एमडी आनन्द किशोर पूरे प्रकरण का नोट बनाते हुए प्रत्येक बिन्दु को कलमबद्व करते जा रहे है। ऐसी उम्मीद है कि नोटिंग को वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंप देंगे। कारण-मुख्यमंत्री ने सीधा हस्तक्षेप करते हुए एक ही रात में कई आईएएस का तबादला कर बुडको के एमडी को भी बदल दिया था।