पटना : मधेपुरा में हनुमान जी को बिना किसी कसूर के पहले थाना, फिर जेल की हवा खानी पड़ी है। गलती उनके भक्तों ने की थी। बिना किसी की इजाजत, उन्हें सरकारी जमीन पर स्थापित कर दिया। लेकिन सड़क से अतिक्रमण हटाने गई मधेपुरा पुलिस ने बजरंगबली को बजाप्ता जिप्सी में डाला और थाने ले गई। बात यहीं खत्म नहीं हुई। पुलिसवालों में भी हनुमान जी के कई भक्त निकल आए। सो, उन्हें बजरंगबली को इस तरह थाने में रखना कचोटने लगा।
इसके बाद पुलिसवालों ने हनुमान जी को बाइज्जत मधेपुरा जेल पहुंचा दिया। वहां बजरंगबली को जेल के अंदर स्थित मंदिर में पूरे अनुष्ठान के साथ स्थापित करवा दिया गया। आप समझ ही गए होंगे कि मामला सड़क से अतिक्रमण हटाने से जुड़ा है। सड़क किनारे अतिक्रमित भूमि पर स्थापित हनुमानजी की प्रतिमा को पुलिस उठाकर पहले थाने लग गई, फिर जेल के मंदिर में स्थापित कर दिया।
इंसानों के झगडे में थाना पहुंचे हनुमान जी , जानें पूरा मामला
मधेपुरा मेन रोड में कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान जी की प्रतिमा रख पूजा—पाठ शुरू कर दिया था। अब वहां मंदिर बनाने की तैयारी चल रही थी। लोगों को और यातायात में परेशानी न हो, इसके मद्देनजर प्रशासन ने वहां स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा को वहां से उठा कर मधेपुरा मंडल कारा के मंदिर में स्थापित कर दिया।