बिहार का संकल्प, काशी स्वर्वेद महामंदिर में 135 फूट ऊंची सदगुरु प्रतिमा प्रकल्प

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पटना : विहंगम योग संत समाज के प्रखर सूर्य संत प्रवर श्री विज्ञान देव जी महाराज ने मानव जीवन की उत्कृष्टता में सत्संग को अत्यंत जरूरी बताते हुए हरएक मनुष्य के लिए इसे जीवन संवारने का मूल मंत्र बताया है। श्री विज्ञानदेव जी महाराज विहंगम योग सत्संग सह मूर्ति संकल्प यात्रा के क्रम में अपने दो दिवसीय यात्रा पर पटना पहुंचे थे।

संत प्रवर विज्ञानदेव का पटना बैरिया आश्रम दौरा

पटना में बैरिया स्थित महर्षि सदाफल देव आश्रम में आयोजित सत्संग सह हवन यज्ञ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हमारा जीवन एक पुष्प वाटिका है। संसार अच्छे से अच्छा है और बुरे से बुरा भी है। हमें दुर्बलताओं, कठिनाइयों से घबराना नहीं है। संत प्रवर ने बताया कि हमारे जीवन की इन्हीं कठिनाइयों का सहज निदान हमारे सदगुरु महर्षि सदाफल देव जी ने हमें बताया। उन्होंने वर्षों की कठोर तप साधना के बाद मानव मात्र के कल्याण के लिए विहंगम योग का ज्ञानमार्ग हमें दिखाया।

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पीएम मोदी ने स्वर्वेद महामंदिर में की थी घोषणा

संत प्रवर ने कहा कि अब उन्हीं विश्वप्रसिद्ध महर्षि अनंत श्री सदगुरु सदाफल देव जी महाराज की 135 फुट से भी ऊंची प्रतिमा का निर्माण स्वर्वेद महामंदिर धाम वाराणसी के परिसर में होने जा रहा है। इस मूर्ति निर्माण के संकल्प को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भक्तों की विशाल भीड़ के समक्ष रखा था। अब पीएम के इसी संकल्प महाभियान को लेकर बिहार के सभी जिलों में विहंगम योग मूर्ति निर्माण संकल्प यात्रा का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। संत समाज के सभी शिष्य भक्तगणों से उन्होंने आह्वान किया कि वे सदगुरु मूर्ति निर्माण संकल्प में बढ़चढ़ कर भाग लें और इसमें अपनी—अपनी भूमिका निभाएं। कार्यक्रम में भक्तों की सुविधा के लिए कुशल चिकित्सकों के माध्यम से योग, आयुर्वेदिक, पंचगव्य से चिकित्सा परामर्श भी दिया गया। इस मौके पर समूचे बिहार में हवन यज्ञ संपादित कराने के लिए 10 हजार आश्रम प्रशिक्षित सेवकों को विभन्न जिलों में स्थित सभी आश्रमों में भेजे जाने की बात भी कही गई।

मूर्ति निर्माण संकल्प व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन

इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तों—शिष्यों ने मूर्ति निर्माण में योगदान का संकल्प लिया। इस मौके पर हवन यज्ञ के बाद आगत नए जिज्ञासुओं को विहंगम योग के क्रियात्मक साधना विधि का उपदेश भी दिया गया। कार्यक्रम में भंडारे का भी आयोजन किया गया था। कार्यक्रम का समापन वंदना, आरती और शांतिपाठ के साथ हुआ। संत प्रवर के पटना में इस मूर्ति निर्माण संकल्प यात्रा को सफल बनाने में पटना विहंगम योग संत समाज के श्री एमपी सिंह चौहान और अन्य गुरु भाइयों व संत समाज के पदाधिकारियों ने महति भूमिका निभाई।

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