बिहारी बाबू बन गए बंगाली बाबू, जानें ममता ने टिकट क्यों दिया?
पटना/कोलकाता : पूर्व भाजपाई और केंद्रीय मंत्री रहे बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा अब बंगाली बाबू बनने जा रहे हैं। उन्हें ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर आसनसोल से लोकसभा उपचुनाव का उम्मीदवार बनाया है। साथ ही ममता ने भाजपा के एक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे बाबुल सुप्रीयो को कोलकाता की बालीगंज विधानसभा सीट से उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी बनाया है।
बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा अभी टीएमसी में शामिल नहीं हुए हैं। लेकिन ममता की पार्टी ने उन्हें आसनसोल लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाने का ऐलान कर दिया है। सवाल उठता है कि ममता ने बिहारी बाबू पर ही दांव क्यों खेला। दरअसल यशवंत सिन्हा, सुष्मिता देव और लुइज़िन्हो फलेरियो जैसे राष्ट्रीय नेताओं के बाद बिहारी बाबू के टीएमसी से टिकट पर चुनाव लड़वाकर ममता बनर्जी टीएमसी के राष्ट्रीय विस्तार की योजना पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि इसीलिए उन्होंने बिहारी बाबू पर दांव खेला है।
बता दें कि आसनसोल लोकसभा सीट और बालीगंज विधानसभा सीट पर 12 अप्रैल को उपचुनाव होंगे। बाबुल सुप्रियो पिछले साल के आखिरी महीनों में भाजपा छोड़ टीएमसी में शामिल हो गये थे। भाजपा में रहने के दौरान बाबुल ने 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव जीता था।