‘नदी को लेकर ज्ञान बांटने वालों को भी बिहार ने ही शिक्षा दिया’
गंगा और बिहार पुस्तक का लोकार्पण
पटना : गंगा जी की समस्याओं को लेकर बिहार हमेशा गम्भीर रहा है और नदी की समस्या का निदान उसकी अविरलता में छूपा हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंगा नदी के साथ भावनात्मक लगाव रखने वाले देश के एक मात्र मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने गंगा जी की समस्याओं को हमेशा महत्व दिया है। उक्त बातें ‘गंगा और बिहार’ (अतीत से वर्तमान तक) पुस्तक का लोकार्पण करते हुए बिहार के शिक्षा और संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कही।
विजय चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक हो अथवा तत्कालीन जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल को हालात से अवगत कराने समेत कोई अन्य अवसर, उनके द्वारा गंगा जी को लेकर मन की पीड़ा को हमेशा व्यक्त किया जाता रहा है। इनके प्रयासों का ही नतीज़ा है कि गंगा जी तालाब बनने से बच गईं, नहीं तो 100 किलोमीटर पर अवरोध बनाकर इसे राष्ट्रीय जलमार्ग (नेशनल वाटर वे) बना दिया गया होता।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की चिंता के बाद ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कांफ्रेंस आयोजन किया गया और गंगा नदी की समस्या को समझकर केंद्र सरकार का ध्यान आकृष्ट किया जाता रहा है। इसके अलावा बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल गांवों तक जाकर फरक्का बराज के दुष्प्रभाव का अध्ययन विशेषज्ञों द्वारा किया गया। पुस्तक के “गंगा और बिहार” अध्याय में विस्तार से उनके स्तर से की गई पहल को प्रस्तुत किया गया है।
पुस्तक के सम्पादक पंकज मालवीय ने गंगा जी के लिये बिहार के प्रयास में सक्रिय भूमिका निभाई है और इन प्रयासों के गवाह भी रहे हैं। पुस्तक रूपी इस दस्तावेज में विशिष्टजनों के आलेखों और विचारों के जरिये गंगा जी की समस्याओं को दूर करने की दिशा में किये गये प्रयास के साथ-साथ नदियों को पुनर्जीवित करने के मामले में राज व समाज को रास्ता दिखाने की कोशिश की गई है।
इस अवसर पर मौजूद विधान पार्षद केदार नाथ पांडेय ने कहा कि बिहार ज्ञान की भूमि है और गंगा नदी के मामले में भी बिहार ने ही देश को रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा कि देश भर में नदियों को लेकर ज्ञान बांटने वाले लोगों को भी बिहार आकर गंगा नदी की असली समस्या की समझ में आ सकी और इसके बाद ही नदी की अविरलता का महत्व समझ में आ सका।
पांडेय ने मौके पर उपस्थित शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी को धन्यवाद देते हुये कहा कि जल संसाधन मंत्री के पद पर रहते समय इनके द्वारा गंगा जी की समस्या को दूर करने की दिशा में किये गये प्रयास को भुलाया नहीं जा सकता है।
पंकज मालवीय ने कहा कि गंगा जी के गौरवशाली अतीत से लेकर वर्तमान हालत में सुधार के लिये बिहार में हुये प्रयास के दस्तावेज को प्रकाशित करने की एक बड़ी वजह है कि बिहार में गंगा जी के लिये ‘ राज और समाज ‘ द्वारा अब तक किये गये कार्यों का संक्षिप्त लेखा-जोखा उपलब्ध रहे और इस कार्य को लेकर आने वाले दिनों में कार्य करने की इच्छा रखने वाले सज्जनों को इससे आगे की भूमिका में सहायता हो सके। इस अवसर पर जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता ई अभिषेक झा, गूँज सामाजिक संस्था के पूर्वोत्तर भारत के प्रभारी शिवजी चतुर्वेदी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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