पटना : एनडीए की सरकार ने बिहार में विकास कर राजद शासनकाल के कलंकित काली इतिहास को साफ किया है। एनडीए की सरकार आने के बाद बिहार को बीमारू से विकसित राज्य बनाने का काम किया है। 84 लाख माताओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर मिला है, 78 लाख किसानों को हर साल 6 हज़ार रुपये मिल रहे हैं और 38 ज़िलों में आत्मनिर्भर क्रिटीकल केयर यूनिट बनाए गए हैं। उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कही।
सिंह ने कहा कि एक लाख पच्चीस हज़ार करोड़ के पीएम पैकेज की सारी की सारी योजनाएँ अब शुरू हो चुकी है और किसान क्रेडिट कार्ड से लगभग दो लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऋण दिए गए हैं। भोजपुर में एक नए कृषि अभियंत्रण विश्वविद्यालय की स्थापना की गई और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने समस्तीपुर में 11 करोड़ रुपये की लागत से एग्री बिज़नेस और रूरल मैनेजमेंट संस्थान का भवन बनाया।
NDA सरकार ने बरौनी में रिफ़ाइनरी क्षमता का विस्तार किया और फर्टिलाइजर का प्लांट लगाया, 2,300 करोड़ रुपये की 617 किलोमीटर लंबी जगदीशपुर-हल्दिया पाइपलाइन का काम शुरू हो गया है। 1,800 करोड़ रुपये की पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन को आगे बढ़ाया गया है।
अरविन्द ने कहा कि बोधगया में भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) की स्थापना की गई है और 54 सड़कों पर 54,700 करोड़ रुपये के निवेश का काम किया गया है। दरभंगा में 100 करोड़ रुपये की लागत से नया एयरपोर्ट बना है और 1,200 करोड़ रुपये के खर्च से पटना एयरपोर्ट का विकास किया जा रहा है। बिहार में एनडीए की सरकार आने से पहले राज्य की स्थिति बहुत ख़राब थी, लोग उस समय की बदहाल व्यवस्था को भूल नहीं सकते, जो बिहार के राजद शासन का काला कलंकित इतिहास था। एनडीए की सरकार ने बिहार में विकास कर राजद शासनकाल के कलंकित काली इतिहास को साफ किया है।