बिहार में कैसे हारेगा कोरोना? 30 डॉक्टर और 712 पुलिसकर्मी चपेट में
पटना : बिहार में कोरोना अब इससे अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई लड़ रहे सरकारी मुलाजिमों को शिकार बनाने लगा है। जहां सूबे के 4 डॉक्टरों की इससे मौत हो चुकी है, वहीं तीन सिविल सर्जन समेत करीब 30 डॉक्टर कोरोना संक्रमित होकर इलाजरत हैं। डाक्टरों के अलावा कोरोना ने पुलिस महकमे के भी करीब 712 कर्मियों को अपनी चपेट में ले लिया है। इनमें से अब तक एक सब इंस्पेक्टर और एक हवलदार की मौत हो चुकी है।
कोरोना वॉरियर्स पर टूट रहा कोरोना कहर
बिहार में कोरोना से अब तक कुल 4 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। आज बुधवार की सुबह समस्तीपुर के सिविल सर्जन कोरोना के ग्रास बने। जबकि पटना एम्स में तीन सिविल सर्जन समेत 30 डाॅक्टराें का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के बड़ी संख्या में इस तरह कोरोना की चपेट में आने से स्वास्थ्य महकमा काफी डरा हुआ है। इधर चिंता की बात यह है कि मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में यदि इस तरह कोरोना वॉरियर्स इसकी चपेट में आ जायेंगे तो फिर आम मरीजों का इलाज कौन करेगा।
बिहार में कोरोना की लड़ाई मुश्किल होती जा रही है क्योंकि इसकी चपेट में पुलिसकर्मी भी तेजी से आ रहे हैं। सैकड़ों पुलिसकर्मी अबतक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। शायद ही कोई जिला हैं जहां पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव नहीं पाए गए हैं। अबतक राज्य में 712 पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। सबसे अधिक मामले बिहार सैन्य पुलिस में पाए गए हैं। संक्रमित पुलिसकर्मियों में दो की मौत हुई है जबकि 200 से ज्यादा कोरोना को हराकर सामान्य जीवन जी रहे हैं।