बिहार में फ़ूड प्रोसेसिंग की अपर संभावनाएं : जयकुमार सिंह

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पटना : भारत सरकार और बिहार सरकार के सहयोग से फ़ूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देने के लिए राजधानी के बीआईए हॉल में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। बिहार इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएस केशरी समेत कई उद्योगपति और किसानों ने इसमें भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह ने बिहार भर से आये उद्योगपतियों और किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नितीश कुमार का यह संकल्प कि देश की हर थाली में एक बिहारी व्यंजन होना चाहिए, हमें इसे संभव बनाना है। लेकिन यह तभी संभव है जब फ़ूड प्रोसेसिंग के मामले में बिहार अव्वल हो। दूसरे राज्यों की अपेक्षा बिहार में फ़ूड प्रोसेसिंग की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने एक सुझाव देते हुए कहा कि वेजिटेबल के प्रॉसेसिंग को बढ़ावा देने के लिए हमें एक सहकारी समिति बनानी पड़ेगी जो गांव से शहरों तक पहुंचाने का काम करेगी।उन्होंने कहा कि एक समय था जब बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी थी, लेकिन नीतीश कुमार के आने के बहुत विकास हुआ है। छोटे और लघु उद्योग के लिए बिहार से बेहतर शायद ही कोई जगह हो।
मिनिस्ट्री ऑफ फ़ूड प्रॉसेसिंग, भारत सरकार के जॉइंट सेक्रेटरी मिन्हाज आलम ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम भारत सरकार और बिहार सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। भारत सरकार ने फ़ूड प्रॉसेसिंग को लेकर देश के सभी राज्यों के साथ टाई-अप करने का प्लान किया है। उन्होंने कहा कि हम देखते हैं कि हर साल पूरे देश में बहुत बड़ी मात्रा में खाने—पीने की चीज़ें और खाद्यान्न बर्बाद हो जाते हैं। केंद्र सरकार कई स्कीम चला रही है, और उन्हीं में से एक अम्ब्रेला स्कीम है जिसके तहत फ़ूड प्रॉसेसिंग के बड़े-बड़े काम हुए हैं। साउथ और वेस्ट इंडिया में ज्यादा काम हो रहा है जबकि ईस्टर्न इंडिया में बिहार जैसे राज्यों में बहुत कम। बिहार एक महत्वपूर्ण राज्य है। यहां की मिट्टी और उपज अच्छी होती है। बिहार में बहुत सारे इशू हैं, जैसे सही समय से पैकेजिंग नहीं हो पाने से अनाज बर्बाद हो जाता है। इसलिए स्टोरेज फैसिलिटी क्रिएट करना होगा।
बिहार उद्योग विभाग के एडिशनल सेकेरेट्री प्रदीप जी ने कहा पटना कि में 2 करोड़ की लागत से हनी प्रॉसेसिंग लैब जल्द ही शुरू होने जा रहा है। बिहार में फ़ूड प्रॉसेसिंग लैब की बहुत कमी थी, लेकिन बिहार सरकार के प्रयास से अब ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योग लगाने में बैंको द्वारा पैसा न दिए जाने की समस्या थी, लेकिन यदि बिहार सरकार द्वारा तैयार किये गए (सिप) से उसे यदि क्लीयरेंस मिल जाती है तो वे बैंक पर डिपेंडेंट नहीं रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि बिआडा को बिहार सरकार बहुत कंपीटेंट बनाने जा रही है।
वहीं बीआईए के प्रेसिडेंट के पी एस केशरी ने बिहार में फ़ूड प्रॉसेसिंग उद्योग की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए बिहार में उत्पादित सब्ज़ियों, अनाजों पर विस्तार से चर्चा की। केशरी ने कहा कि बिहार में फ़ूड प्रोसेसिंग की अपर सम्भावनाएं हैं।
मानस द्विवेदी

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