बिहार शराबबंदी : ईमानदारी से कोशिश नहीं कर रही नीतीश कुमार की पुलिस, लोगों में भ्रम फैलाने की कोशिश
पटना : बिहार के गोपालंगज, बेतिया और समस्तीपुर में जहरीली शराब के कारण बीते चार दिनों में 30 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। वहीं मौत, मातम और मायूसी के बीच बिहार की सियासत भी जारी है। इसी कड़ी में बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राजद ने जदयू पर जोरदार हमला बोला है।
नीतीश कुमार समाज सुधारक नहीं
दरअसल, राजद ने ट्वीट कर एक बार फिर जदयू और भाजपा को घेरा है। राजद ने जदयू और भाजपा गठबंधन पर बिहार में अवैध शराब कारोबार की समानांतर अर्थव्यवस्था खड़ा करने का आरोप लगाया है। राजद ने ट्वीट कर कहा है कि नीतीश कुमार समाज सुधारक नहीं हैं, वे लोगों में भ्रम फैला रहे हैं। हकीकत यह है कि समानांतर अर्थव्यवस्था खड़ी कर जदयू और भाजपा लाभ ले रही है। नीतीश कुमार की पुलिस ने अगर ईमानदारी से कोशिश की होती तो बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से लागू होती।
गृह मंत्रालय नीतीश कुमार के पास
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब बिहार में गृह मंत्रालय नीतीश कुमार के पास है। ऐसे में पुलिस प्रशासन भी मुख्यमंत्री के अधीन ही है। ऐसी स्थिति में सीएम को मौतों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार का एक वीडियो क्लिप भी जारी किया, जिसमें मुख्यमंत्री कहते दिख रहे हैं कि गड़बड़ कीजिएगा तो यह नौबत आएगी। इस वीडियो के साथ तेजस्वी यादव ने लिखा, मुख्यमंत्री पीने वालों को धमका रहे हैं और पुलिस प्रशासन और शराब माफियाओं को बचा रहे हैं।
मंत्री के भाई पर शराब तस्करी का आरोप
तेजस्वी यादव ने भाजपा कोटे से मंत्री रामसूरत राय पर भी तंज करते हुए कहा कि यह भी एक वीडियो में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बगल में खड़े दिखे हैं। इस पर तेजस्वी यादव ने लिखा है कि मंत्री के भाई पर शराब तस्करी का आरोप मुजफ्फरपुर के थाने में दर्ज है, लेकिन पुलिस ने अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है और मुख्यमंत्री आरोपी के भाई को साथ लेकर चल रहे हैं। बहरहाल, सियासत के बीच मौत का सिलसिला भी जारी है।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में जहरीली शराब का सेवन करने से गोपालगंज, बेतिया, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। ऐसे में जहरीली शराब से मौतों को लेकर बिहार में विपक्षी पार्टियां मुख्यमंत्री को कठघरे में खड़े करने में लगी हैं।