हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा बिहार, अब नहीं होगी बिजली की किल्लत : अरविन्द सिंह
पटना : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि बिहार वर्तमान में बिजली उत्पादन और हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। बिहार अब बाजार से बिजली नहीं लेगा क्योंकि इसे केंद्रीय सेक्टर से 7000 मेगावाट मिलेगी। साथ ही बाढ़ के बिजली इकाई में 342 मेगावॉट बिजली का उत्पादन भी शुरू हो गया है।
लगभग 651 मेगावाट की अतिरिक्त आपूर्ति के बाद बिहार की बिजली जरूरतें पूरी
अरविंद सिंह ने कहा कि बरौनी बिजलीघर के बाद बाढ़ बिजलीघर से बिजली की आपूर्ति शुरू होने के बाद बिहार की बाजार पर निर्भरता लगभग खत्म हो गई है । बाढ़ से 401 मेगावाट बिजली की सप्लाई के पहले बरौनी से भी बिहार को 250 मेगावाट की आपूर्ति इसी महीने शुरु हुई है । लगभग 651 मेगावाट की अतिरिक्त आपूर्ति के बाद बिहार की बिजली जरूरतें पूरी हो गई हैं। इसके साथ ही जल्द ही नवीनगर रेल बिजली कंपनी से भी 25 मेगावाट बिजली मिलने वाली है । यह बिजलीघर बनकर तैयार हो चुका है और इसका ट्रायल सफल रहा है। यहां से बिजली मिलने के बाद बिहार का केन्द्रीय कोटा और बढ़ जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों बिजली संकट के समय बिहार रोजाना 1000-1200 मेगावाट बिजली 20 रुपए प्रति यूनिट की दर से बाजार से ले रहा था ।
प्रवासी मजदूरों के रोजगार के लिए मेगा स्किल सेंटर
इसके साथ ही अरविन्द ने कहा है कि बिहार सरकार प्रवासी मजदूरों के रोजगार के लिए हर जिले में मेगा स्किल सेंटर बनाने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा बिहार में 8386 स्पोर्ट्स टीचर को बहाल करने का भी फैसला लिया गया है। साथ ही 3270 आयुष डॉक्टरों की स्थायी नियुक्ति होगी। साथ ही इथेनॉल की फैक्ट्री भी बिहार में लगाने का फैसला लिया गया है।
वहीं, विद्यार्थियों के लिए “बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना” के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद भी की जा रही है। वहीं, छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए 4 लाख रुपये तक की ऋण सहायता दे रही है।