बिहार सरकार का बड़ा फैसला, कानून के बदले गन्ना उद्योग देखेंगे ‘मास्टर’
पटना : बिहार में नीतीश कुमार ने एनडीए से अपना नाता तोड़ 7 दलों वाली महागठबंधन के साथ मिलकर नई सरकार का गठन कर लिया है। सरकार गठन के उपरांत मंत्रिमंडल विस्तार कर विभाग का भी बंटवारा कर दिया गया है।
नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का बड़ा निर्णय
इसी कड़ी में राजद कोटे के नेता कार्तिक कुमार उर्फ मास्टर साहब को राज्य का कानून मंत्री बनाया गया, लेकिन इनके कानून मंत्री बनने के साथ ही इनका विवादों से नाता जुड़ गया है, जिसके बाद सरकार की छीछालेदर होने लगी है। इसके बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इनको लेकर बड़ा निर्णय लिया है।
दरअसल, नीतीश कुमार के कैबिनेट में विधि मंत्री बनाए गए पटना के एमएलसी कार्तिक कुमार को उनके पद से हटा दिया गया है। कार्तिक सिंह के स्थान पर अब बिहार सरकार के गन्ना उद्योग विभाग के मंत्री शमीम अहमद को नया विधि मंत्री बनाया गया है। वहीं, कार्तिक सिंह को गन्ना उद्योग विभाग का मंत्री बनाया गया है।
जिससे विधि मंत्री के पद से हटाए जाने के बाद कार्तिक सिंह अब भी बिहार में मंत्री पद पर बने रहेंगे। इन दोनों नए मंत्रियों के विभागों में बदलाव को लेकर सचिवालय से आदेश भी जारी कर दिया गया है।
गौरतलब हो कि, कार्तिक मास्टर 16 अगस्त को बिहार का विधि मंत्री बनाए गए थे, जिसको लेकर विपक्षी दलों द्वारा काफी विवाद की बातें कही गई थी। कहा यह भी गया है कि इनके ऊपर अपहरण के एक मामले में फरार होने को लेकर वारंट जारी हुआ था। जिसके बाद इनको लेकर महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने भी मंत्री बनाए जाने को लेकर आपत्ति जाहिर की थी।
वहीं, दूसरी तरफ मामले में नीतीश कुमार ने भी यह स्पष्ट कर दिया था कि इस मामले में वह कुछ भी फैसला नहीं लेंगे। जो फैसला लेना है वह तेजस्वी यादव ही लेंगे। अब विवादों को विराम देने के लिए तेजस्वी यादव ने बड़ा फैसला ले लिया है।