पटना : नीतीश कैबिनेट के विस्तार के बाद घटक दलों के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू द्वारा लगातार आरोप लगाया जा रहा है। बाढ़ विधायक द्वारा अब एक फिर से आरोप लगाते हुए कहा गया कि दल के अंदर रुपया लेकर मंत्री बनाया गया है।
दरअसल भाजपा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कैबिनेट विस्तार से पहले पार्टी के निर्णय से नाराज हो गए थे। उन्होंने कहा था कि पार्टी कुछ लोगों के चंगुल में फंस गई है। प्रधानमंत्री मोदी व अमित शाह को अंधेरे में रखा गया है। अगर पार्टी सही समय पर नहीं चेतती है तो बिहार में भाजपा का हाल छत्तीसगढ़, राजस्थान व मध्यप्रदेश की तरह हो सकती है।
इसके साथ अब फिर से उन्होंने बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार भाजपा को चला रहे नेताओं ने विधायकों से पैसे लेकर उन्हें मंत्री बनाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अपनी जाति के लोगों को मंत्री बनवाया है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि वह इस बात की सबूत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और बिहार भाजपा के अंदर चल रहे खेल से उनको अवगत करायेंगे।
अपने जाति के लोग सरकार में मंत्री
इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बेतिया और मोतिहारी जिले से केवल अपनी ही जाति के लोगों को सरकार में मंत्री क्यों बनाया इस बात का जवाब उनको देना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश अध्यक्ष की बात कोई नहीं मानता है तो प्रदेश अध्यक्ष को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
जानकारी हो कि इससे पहले ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा था कि जब उन्होंने संजय जयसवाल से यह सवाल किया था कि उनको मंत्रिमंडल में शामिल क्यों नहीं किया गया तो इसके जवाब में संजय जायसवाल ने कहा था कि नितीश कुमार उनको अपने मंत्रिमंडल में शामिल करना नहीं चाहते हैं।
बरहाल, देखना यह है कि ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के इस बात में कितनी सच्चाई है और उनके द्वारा प्रधानमंत्री को क्या सबूत पेश किया जाता है साथ में इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्या हाल निर्णय होता है।