सृजन घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई, DRDA क्लर्क गिरफ्तार
पटना/भागलपुर : बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाले के सिलसिले में आज सीबीआई ने पहली गिरफ्तारी को अंजाम दिया। जांच एजेंसी ने इस घोटाले में जारी राशि का वाउचर उपलब्ध नहीं कराने वाले डीआरडीए के निलंबित पूर्व क्लर्क को आज उनके भागलपुर के तिलकामांझी स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई टीम ने उनका मेडिकल करवाया और फिर उसके बाद लिपिक अरुण कुमार को पटना लेकर चली गई। सृजन घोटाले के सिलसिले में जांच एजेंसी की इस कार्रवाई के बाद बिहार में हड़कंप मचा हुआ है।
जानकारी के अनुसार लिपिक अरुण कुमार की सृजन घोटाले में संलिप्तता के बाद निलंबित कर उनकी प्रतिनियुक्ति राजस्व विभाग में करते हुए मुख्यालय से अटैच कर दी गई थी। अरुण कुमार पर आरोप है कि उन्होंने सृजन सहयोग संस्था के लिए निर्गत जिस राशि की कैशबुक में इंट्री की थी, उस राशि का ट्रांसफर वाउचर प्रस्तुत नहीं किया। इसी कारण उन्हें निलंबित किया गया था। जांच में यह सामने आया कि सृजन घोटाले में कई वर्षों से सरकारी विभागों की राशि विभागीय खाते में न भेजकर सीधे एनजीओ के खाते में भेज देने का खेल किया गया था। इस घोटाले की आंच नीतीश सरकार पर भी सीधे—सीधे आई जिसके बाद इसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई है।