नवादा : बिहार में नवादा के पकरीबरांवा प्रखंड मुख्यालय के मोहनबिघा गांव में आज मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना को अंजाम दिया गया। लोभ में अंधा हुए एक भैंसुर ने अपने ही छोटे भाई की पत्नी और उसके दूधमुंहे बच्चे सहित तीन लोगों को किरोसिन तेल छिड़कर जिंदा जला दिया। उसने घटना को जमीन विवाद में अंजाम दिया।
पुलिस के अनुसार रविवार की सुबह मोहनबिघा निवासी भरत चौहान की 25 वर्षीया पत्नी के अलावा 2 वर्षीय पुत्र ऋषि कुमार तथा एक वर्षीय दूसरे पुत्र ऋतु कुमार को उसके बड़े भाई ने आग के हवाले कर दिया। बुरी तरह झुलस जाने के बाद गंभीर हालत में तीनों को पकरीबरावां स्वास्थ्य केंद्र तथा उसके बाद नवादा रेफर किया गया। अस्पताल में मां चुनिया देवी तथा पुत्र एक वर्षीय ऋतु कुमार की मौत हो गई जबकि दूसरे पुत्र की हालत गंभीर बनी हुई है।
इस बाबत पकरीबरावां थाना क्षेत्र के मढ़हल निवासी कृष्णा चौहान की पत्नी एवं मृतका चुनिया देवी की मां शूकरी देवी ने बताया कि उसके दामाद का सौतेले भाई सोमर चौहान से जमीन का विवाद चल रहा था। इसी मामले को लेकर उसकी बेटी के साथ पहले तो मारपीट की गयी फिर उसके बाद आज सुबह किरोसिन तेल छिड़कर उसे आग के हवाले कर दिया गया।
घर छोड़कर फरार हुआ आरोपी
इस घटना को लेकर सभी आरोपी घर छोड़ कर फरार हो गए हैं। घटना से पूरा गांव मर्माहत है। गांव की गलियों में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकांश घरों में चूल्हे तक नहीं जले। सभी लोग उस दूसरे अबोध बच्चे की सलामती के लिये भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं। मृतका की मां-बहन का रो-रो कर बुरा हाल है। मां शूकरी देवी बताती हैं कि 5 वर्ष पूर्व ही बेटी की शादी इस गांव में की थी। मेरा दामाद ईंट—भट्टे पर काम करता था। उसका भाई- भाभी से काफी लगाव रहता रहता था। इधर घर में काफी तंगी हो गई थी। जिसके कारण मेरी बेटी अपना हिस्सा मांग रही थी। जिसे देने से दामाद का सौतेला भाई इनकार कर देता था। अब मेरी बेटी को उन्होंने पहले तो जमकर पीटा, फिर मेरे नातियों सहित किरोसीन तेल छिड़कर आग के हवाले कर दिया।