उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आरएसएस से जुड़ा संगठन विश्व हिंदू परिषद वेदों की पढ़ाई और रिसर्च को प्रोत्साहित करने के लिए गुरुग्राम में विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल के नाम पर अशोक सिंघल वेद विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय खोलने जा रही है। इसके लिए सारी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। अगर सबकुछ योजनाबद्ध तरीके से हुआ तो अकेडमिक ईयर 2020-2021 से पढाई शुरू हो जाएगी।
किस मकसद से बनाया जा रहा है विश्वविद्यालय
संघ ने विश्वविद्यालय बनाने के सवाल के जवाब पर कहा कि वैदिक संदेश फैलाकर फिर से शांति और सद्भावनापूर्ण समाज का निर्माण करना है। आधुनिक वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकीविद (टेक्नॉलजिस्ट) और पारंपरिक वैदिक पंडितों को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर भारत को दोबारा विश्व गुरू बनाना इसका मकसद है। विश्वविद्यालय में वास्तु शास्त्र, कृषि, खगोल विज्ञान, बॉटनी, पर्यावरण विज्ञान , हर्बल साइंस, धर्म शास्त्र, मैनेजमेंट सिस्टम, पब्लिक ऐडमिनिस्ट्रेशन, भूकंप विज्ञान, वॉरफेयर, आयुर्वेद, पतंजलि योग, नाट्य शास्त्र और फैशन टेक्नॉलजी की पढ़ाई होगी।
विश्वविद्यालय का माहौल एकदम वैदिक रहेगा मतलब वैदिक वातावरण प्रदान करने के लिए कुछ वर्ग पेड़ों के नीचे होंगे । कुछ पंचवटी में मतलब सुबह में बगीचे का जैसा माहौल होता है वैसा ही। सुबह और शाम सिस्टम के जरिए कैंपस में उपनिषद व गीता के श्लोक गूजेंगे। पूरा कैंपस शराब व नशे की अन्य वस्तुओं, ई-वेस्ट, प्लास्टिक, तंबाकू और जंग फूड से मुक्त होगा। हर स्टूडेंटस के लिए प्रार्थना, शारीरिक व्यायाम, बागवानी, नैतिक शिक्षा और सात्विक आहार दिनचर्या का हिस्सा होंगे। वेद फैकल्टी एक तरह से बोर्डिंग कॉलेज होगा जहां स्टूडेंट्स को रहना, खाना, पढ़ना सब मुफ्त होगा। जरूरतमंद विद्यार्थियों को सरकार से स्कॉलरशिप दिलाई जाएगी। विदेशी स्टूडेंट्स को भी एडमिशन दिया जाएगा। भारत सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से आरक्षण भी लागू होगा।