नवादा : भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान गंवाने वाले एक बैंकर को उनके बैंक और गांव के लोगों ने अनोखे अंदाज में सम्मान दिया है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर स्वर्गीय आलोक चंद्रा की याद में उनके पैतृक घर जिले के वारसलीगंज पखड के कुटरी गांव में एक भव्य द्वार का उद्घाटन किया गया। उनकी साहस एवं वीरता को देखते हुए बैंक ने उनके नाम से एक शौर्य पुरस्कार देने की घोषणा कर रखी है।
ईमानदारी और साहस के साथ समाज की सेवा करने के उनके प्रयासों ने उन्हें अपने जीवन का बलिदान करने के लिए प्रेरित किया। बहादुरी के असाधारण कार्य की प्रशंसा करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा आलोक चंद्र शौर्य पुरस्कार किसी बरोडियन को दिया जाता है। आलोक ने बैंक की सेवा करते हुए अदम्य साहस दिखाया था तभी से उनकी याद में इस सम्मान को दिया जाने लगा और इसका पहला सम्मान उनके बैंक के एक कर्मी को इस साल दिया भी जा चुका है।
बैंक जाने के दौरान हुई थी हत्या :
बैंक ऑफ बड़ौदा के अरवल शाखा प्रबंधक आलोक चंद्रा पुलिस को एक व्यक्ति को गबन के आरोप में गिरफ्तार करने में मदद कर रहे थे। इस दौरान अज्ञात लोगों द्वारा उनको गोली मार दी गई थी। 21 मई 2018 की सुबह आलोक जब अपने घर नवादा से अरवल बैंक जा रहे थे उसी दौरान बाइक सवार अपराधियों ने जहानाबाद ज़िला के परासबीघा थानाक्षेत्र के नेहलपुर गांव के पास गोली मार कर हत्या कर दी थी।