पटना : विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर रविवार को उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि 20वीं सदी आईआईटी (IIT) का था। लेकिन 21वीं सदी आईटीआई (ITI) का होने वाला है। दुनिया काफी तेज़ी से आधुनिकता के तरफ अग्रसर है। हमारे देश में 65 % लोग 35 साल से कम उम्र के हैं । इसलिए ऐसे समय में हर हाथ को हुनरमंद बनाना है।और पूरी दुनिया को राह सीखना है।
मौके पर डिप्टी सीएम ने कहा कि अब जमाना रोबोट्स का है, अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है, स्किल का है। हमारे देश में जितने लोग काम करते हैं, उनमें से केवल 5% प्रशिक्षित हैं, जबकि दक्षिण कोरिया में 96 %, जापान में 80 %, जर्मनी में 76% हमारे हैं। हमारे देश में शेष 95% लोग पारंपरिक तरीके से काम कर रहे हैं। जो किसी ना किसी से देखकर सीखें हैं। लेकिन, बिहार सरकार ने हर हाथ को हुनरमंद बनाने के लिए 135 आईटीआई ,44 पॉलटेक्निक कॉलेज खोले हैं। आनेवाले समय में बिहार से करीब 9500 बच्चे इंजीनियर व 11000 बच्चे आईटीआई से निकलेंगे। उन्होंने कहा कि अब युवाओं को कंप्यूटर और अंग्रेजी अत्यंत आवश्यक है। बच्चों के लिए प्रदेश सरकार के तरफ निःशुल्क 240 घंटों का कोर्स करवाया जा रहा है। आने वाले समय में अब सभी गाड़ियां इलेक्ट्रिक होंगी। जिसके लिए प्रशिक्षित कारीगरों की ज़रूरत होगी। इसलिए मैं सभी विभागों से कहना चाहता हूँ कि अगले 10 साल में रोजगार के अवसर जिस क्षत्रों में है उसके अनुसार रूपरेखा तैयार कीजिये और लोगों को स्किल्ड बनाइये।
कार्यक्रम के मौके पर श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा, मंत्री जय कुमार सिंह, अधिकारी दीपक कुमार ने भी लोगों को सम्बोधित किया। तथा लोगों को हुनरमंद बनने को कहा। कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक कार्यक्रम के विजेता को सम्मानित किया गया। ज्ञात हो कि पटना के ज्ञान भवन में श्रम संसाधन विभाग के द्वारा तीन दिवसीय विश्व युवा कौशल दिवस का आयोजन किया गया है। जिसमें विभिन्न जिलों के महाविद्यालयों ,विद्यालयों व अन्य संस्थानों के द्वारा अलग-अलग स्टॉल लगाया गया है। इसमें पेपर मॉडलिंग ,स्केचिंग ,फोटोग्राफी ,इलेक्ट्रॉनिक वाहन इत्यादि चीजों के बारे में लोगों को इसके बारीकियों के बारे में बताया जा रहा है। मौके पर प्रशिक्षु ,प्रशिक्षक व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
(राहुल कुमार)