पटना : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की 80व़ा स्थापना दिवस पटना स्थित जनशक्ति भवन परिसर में मनाया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे वही पार्टी के तमाम बड़े नेताओं ने भी शिरकत की। कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, जेएनयू के पूर्व छात्र अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने पार्टी की स्थापना दिवस पर शिरकत की।
कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना उस समय हुई थी जब समूचे देश में पार्टी पर प्रतिबंध लगा हुआ था। ब्रिटिश साम्राज्य यह महसूस करता था कि समाजवाद, पूंजीवाद का सबसे बड़ा दुश्मन कम्युनिस्ट है। भारत में उनकी पार्टियां बन गई हैं इसकी राजनीतिक गतिविधि को रोकना जरूरी है। इसीलिए ब्रिटिश सरकार ने पार्टी पर प्रतिबंध लगा दिया। तमाम सरकारी अवरोध और विरोध के बावजूद क्रांतिकारी आंदोलन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के रूप में एक शक्ति का उदय 20 अक्टूबर 1939 को दशहरा पर्व के अवसर पर मुंगेर की एक तंग कोठरी में हुआ था।
मुंगेर के लाल दरवाजा स्थित सूची मुखर्जी की बड़ी बहन शांति चटर्जी के आवास पर कुछ साथियों ने बैठकर पार्टी के बुनियाद डाली थी। बिहार में कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के पूर्व अनेक बिहारी कम्युनिस्ट किसान सभा ट्रेड यूनियन संगठन में सक्रिय भागीदारी थे।
पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर सीपीआई के महासचिव डी राजा ने कहा कि बीजेपी नाथूराम गोडसे को भी भारत रत्न दे सकती है। बीजेपी की साजिश है पूरे देश को हिंदुत्व और हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है, यह हम होने नहीं देंगे। जहाँ गांधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही है बीजेपी गांधी की विरासत को चुराने की कोशिश कर रही है। उसको इवेंट बनाने की कोशिश कर रही है वही सावरकर को भारत रत्न देने के बात करती है। वही इस समय देश में मंदी बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। जिससे देश के गरीबों और भी गरीब हो रहे हैं। बीजेपी कॉर्पोरेट घरानों को खुश करने में लगी है, जो कोई भी उनके विरोध में बोलता है उनको चुप करा देती है या तो जेल में डाल देती है।