देश के मशहूर वकील व राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी बिहार से राजद कोटे से राज्यसभा सांसद थे। 8 सितम्बर 2019 को राम जेठमलानी के असामयिक निधन के बाद बिहार में राज्यसभा की एक सीट खाली पड़ी है। चुनाव आयोग ने बिहार की एक राज्यसभा सीट पर उपचुनाव कराने के लिए 16 अक्तूबर का तिथि घोषित की है। इसके लिए नामांकन का अंतिम दिन शुक्रवार यानी 4 अक्टूबर को निर्धारित है।
बिहार की एक राज्यसभा सीट के लिए एनडीए में सहमति बन गई है। राज्यसभा का उम्मीदवार बीजेपी भाजपा की तरफ से वाल्मीकिनगर से पूर्व सांसद और बीजेपी नेता सतीश दुबे उम्मीदवार बनाये गए हैं। वहीँ उत्तर प्रदेश से सुघांशु त्रिवेदी को उमीदवार बनाया गया है। लेकिन, आखिरी समय तक नाम की घोषणा होने के कारण संशय बना हुआ था, क्योंकि यह मोदी व शाह के युग की भाजपा है। नॉमिनेशन के एक दिन पहले उम्मीदवार के नामों का ऐलान होता है।
यह भी चर्चा हो रही थी कि अगर सीट जदयू के खाते में जाती है, तो जदयू की तरफ से राज्यसभा के उम्मीदवार के नाम चौंकाने वाले हो सकते थे। । सूत्रों की मानें तो जदयू के तरफ से जिस नाम की चर्चा हो रही थी उसमें बिहार सरकार के पूर्व मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी अंजनी कुमार सिंह का नाम सबसे ऊपर था। अंजनी कुमार के बाद जेडीयू से पार्टी के मुख्य महासचिव केसी त्यागी के नाम की चर्चा थी। केसी त्यागी पहले भी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। केसी त्यागी उत्तर प्रदेश के हैं, ऐसे में राजनीतिक दृष्टिकोण से केसी त्यागी को सांसद बनाने से शायद ही जदयू को फायदा हो , तो ऐसी स्थिति में शायद ही जदयू उनको राज्यसभा भेजती ।
सतीश दुबे के नाम की घोषणा से पूर्व भाजपा में बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष सह प्रदेश मुख्यालय प्रभारी देवेश कुमार के नाम की चर्चा हो रही थी। भाजपा के कद्दावर मुस्लिम नेता एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन के नाम की चर्चा काफी तेज थी। लेकिन, अंततः भाजपा आलाकमान ने पूर्व सांसद व ब्राह्मण चेहरा सतीश चंद्र दुबे के नाम पर सहमति जताई और राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया। एनडीए का बिहार में बहुमत होने के कारण यह सीट भाजपा को जाना तय था।
(राहुल कुमार)