बिहार और नेपाल में पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से बिहार की नदियों पर खतरा मंडराने लगा है। गंडक, बागमती, कोसी सहित कई छोटी-बड़ी नदियों में उफान का का खतरा अभी से बढ़ गया है।
कहलगांव में गंगा के कटाव से अफरा-तफरी
भागलपुर के निकट कहलगांव में अभी से ही कटाव शुरू हो गया है। नतीजा, हैरान जिला प्रशासन कहलगंाव में जल संसाधन विभाग को कैम्प करने का निर्देश देते हुए मरम्मत कार्य तेज करने का निर्देश दिया है।
कहलगांव में जिस स्थल पर कटाव हो रहा है, उसके आसपास के गांवों में अफरातफरी का आलम व्याप्त हो गया है। कई गांवों में लोग पलायन भी करने लगे हैं।
उत्तर बिहार की नदियां खतरे के निशान के करीब
मुजफरपुर के बेनीबाद में गंडक का पानी खतरे के निशान से महज एक मीटर नीचे है। उत्तर बिहार की अधवारा समूह की नदियांें में उफान आने लगा है। हालांकि खतरे के निशान से कोई उपर नहीं गयी ह,ै पर, खतरा बरकरार है।
कोसी बराज और वाल्मीकिनगर बराज में पानी का घनत्व बढ़ जाने के बाद पानी छोड़ा गया है। नतीजा, आसपास के गांवों में लोग शंका में आकर घरों में ही दुबक गये हैं। हालांकि अभी कोई खतरा नहीं है, जल संसाधन विभाग का गश्ती दल निरंतर गश्त कर रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, भागलपुर और उत्तर बिहार में परेशानी अधिक झेलनी पड़ रही है। अधवारा समूह के निकट बसे लोगों में परेशानी बढ़ती जा रही है।