पटना : नागरिकता कानून को लेकर आज शनिवार को बिहार बंद के दौरान एक बार फिर उपद्रव और हिंसा का तांडव किया गया। जगह—जगह चक्का जाम के साथ ही ट्रेनों का परिचालन रोका गया। फुलवारीशरीफ में बंद के दौरान दो गुटों के बीच हुई भिड़ंत में जमकर पत्थरबाजी और कई राउंड फायरिंग हुई। इसमें पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी सड़क पर निकले। उन्होंने शांति बनाए रखने की भी बात कही, लेकिन बंद के दौरान आरजेडी कार्यकर्ता जगह-जगह हिंसा पर उतर आए।
फुलवारीशरीफ में बंद समर्थकों और विरोधियों के दो गुटों की भिडंत में कई राउंड फायरिंग होने की सूचना है। पुलिसकर्मियों समेत लगभग दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। दो लोगों को गोली लगी है।
औरंगाबाद में बंद की आड़ में उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया। बंद को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इसी दौरान एक गली से उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। पथराव के चलते करीब एक घंटे तक अफरा-तफरी मची रही। पत्थरबाजी में एक एएसआई घायल हो गए। पुलिस ने 6 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।
नवादा के रजौली में भी बंद के दौरान हिंसक झड़प की खबर है। यहां उपद्रवियों ने बुंदेलखंड सहायक थाना पर पथराव किया। डीएम और एसपी बुंदेलखंड थाना पहुंच हालात को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार से भी बंद समर्थकों के उत्पात की खबर है। सीतामढ़ी के डुमरा रोड नाहर चौक पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया गया। यहां मेहसौल ओपी क्षेत्र में रेलवे फाटक पर टायर जलाकर रेल परिचालन रोक दिया गया।