नवादा : बालू माफियाओं ने छापामारी करने गई पुलिस टीम पर जमकर रोड़ेबाजी किया। टीम में शामिल दारोगा नित्यानंद शर्मा को ट्रैक्टर से रौंदकर हत्या करने का प्रयास किया। लेकिन पहले से ही सतर्क दारोगा ने गड्ढे में कुदकर अपनी जान तो बचा ली परन्तु रोड़ेबाजी में दो पुलिस कर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गये। दोनों घायल पुलिस कर्मियों को इलाज के लिए वारिसलीगंज पीएचसी में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि वारिसलीगंज के प्रभारी थानाध्यक्ष नित्यानंद शर्मा को गुप्त सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के मंजौर गांव स्थित देवी मंदिर के पास तालाब के पास बालू माफियाओं के द्वारा बालू का अवैध भंडारण एवं परिवहन किया जा रहा है। सूचना के पश्चात पुलिस बलो के साथ रात्रि गश्ती कर रहे एएसआई दिनेश रजक को सूचना देते हुए स्वयं भी मंजौर गांव के लिए प्रस्थान कर गए।
प्रभारी थानाध्यक्ष को मंजौर पहुंचने के पूर्व बाघीबरडीहा में रात्रि गश्ती कर रहे एएसआई मिथिलेश कुमार भी दल-बल के साथ मंजौर गांव पहुंच गए। उसके बाद सभी पुलिस कर्मियों ने तालाब के पास घेराबंदी किया। पुलिस को आते देख पहले तो बालू माफियाओं ने पुलिस पर रोड़ेबाजी करने लगे।
इस रोड़ेबाजी में आरक्षी संख्या 697 सरोज कुमार तथा आरक्षी संख्या 1097 धर्मेन्द्र कुमार पाल जख्मी हो गये। बावजूद पुलिस वहां रहे 7 ट्रैक्टरों को पकड़ने का प्रयास कर हीं रही थी तभी बालू माफियाओं ने बालू लोड ट्रैक्टर को तेज गति से चलाते हुए प्रभारी थानाध्यक्ष नित्यानंद शर्मा को रौंदने का प्रयास किया। तेज गति से अपनी ओर ट्रैक्टर आते देख थानाध्यक्ष ने पास रहे गड्ढ़े में कुदकर अपनी जान बचाई। थानाध्यक्ष शर्मा ने बताया कि मंजौर ग्रामीण स्व धोतु सिंह के पुत्र सुदामा सिंह तथा सुदामा सिंह के पुत्र राहुल कुमार ने मुझे कुचलने का प्रयास किया।
उन्होंने बताया कि पुलिस को आते देख जोधा सिंह के पुत्र अशोक सिंह, रामचन्द्र सिंह के पुत्र विकास कुमार तथा सरयुग सिंह के पुत्र रामानुज सिंह के अलावा वहां रहे 8-10 लोगों ने पुलिस पर रोड़ा बरसाना शुरू कर दिया। जिससे छापेमारी टीम में शामिल सिपाही धर्मेन्द्र और सरोज जख्मी हो गयें। घटना के बाद छापेमारी में शामिल एएसआई दिनेश रजक के लिखित आवेदन पर भादवि की धारा तथा 504 के अलावा बिहार लघु समुदान के विभिन्न धाराओं के तहत वारिसलीगंज थाना कांड संख्या 224/19 दर्ज सुदामा सिंह, राहुल कुमार, विकास कुमार, अशोक सिंह तथा रामानुज सिंह को नामजद करते हुए 10-15 अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।