सीतामढ़ी/पटना : मानसून की पहली बारिश के साथ ही बिहार में बाढ़ की नई आफत शुरू हो गई। सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया का संपर्क बाकी देश से कट गया है। यहां बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया हैै। सड़कों एवं रेल लाइन पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने के कारण लोगों के आने—जाने में भारी दिक्कत हो रही है। पिछले कुछ दिनों से नेपाल में भारी वर्षा हो रही है जिससे बिहार में पानी का अचानक फ्लो काफी बढ़ गया। इसका सीधा असल सीतामढ़ी के बैरगनिया पर पड़ा है।
बारिश से मिली राहत, प्रचंड लू हुई गायब
इधर आज रविवार को पटना सहित बिहार के आरा, गोपालगंज, सीवान, सारण, गया, जहानाबाद, आरा, बक्सर, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी आदि जिलों में मानसून की तेज बारिश हुई। जगह-जगह आंधी के साथ बारिश होने से पारा गिर गया। इसके पहले शनिवार तक पटना समेत समूचा बिहार भीषण गर्मी की चपेट में था।
नवादा में वज्रपात से दो की मौत, तीन घायल
आंधी-बारिश से विभिन्न जिलों में जगह-जगह पेड़ उखड़ गए और गरीबों की झोपडि़यां क्षतिग्रस्त हो गईं। नवादा के कौआकोल स्थित पाली गांव में वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गई। जबकि, तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में जितेंद्र महतो और गांधी रविदास शामिल हैं। उधर, शिवहर के पुरनहिया थानांतर्गत कटैया गांव में हुए वज्रपात से छह लोगों के घायल हो जाने की सूचना है। सभी घायल लोग धान की रोपनी के लिए बिचड़ा उखाड़ रहे थे। इसी दौरान तेज आवाज के साथ वज्रपात हुआ जिसकी चपेट में सभी आ गए। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इस कारण अब एक हफ्ते तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी।