आयुष डाक्टरों को जनवरी से 44 हजार वेतन, स्वास्थ्य मंत्री की घोषणा
पटना : कृष्ण मेमोरियल हॉल में आज 21वें आल इंडिया होम्योपैथ कांग्रेस में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने घोषणा की कि जनवरी 2019 से राज्य के आयुष चिकित्सकों का वेतन बढ़ा दिया जाएगा। 2019 के जनवरी महीने से उनका वेतन 44,000 रुपए कर दिया जाएगा। कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए श्री पांडेय ने कहा कि होम्योपैथ चिकित्सा पद्धति के विकास में हरसंभव मदद करेंगे। इस पद्धति को लेकर लोगों का नज़रिया बदला है। जिन रोगों का इलाज एलोपैथ में नहीं हो पाता है, उनका निदान भी होम्योपैथ के माध्यम से किया जा सकता है। इन्हीं कारणों से इसकी ख्याति बढ़ी है और मरीज़ों की संख्या भी बढ़ी है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बिहार के पथनिर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव थे जबकि अध्यक्षता डॉ. रामजी सिंह ने की। कार्यक्रम में गुजरात, दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से आए सैकड़ों होम्योपैथी डॉक्टरों ने शिरकत की।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिस रफ्तार में इसका विकास होना चाहिए, वैसा नहीं हो पा रहा था। इस कमी को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने आयुष मंत्रालय का गठन किया। बिहार में भी इसका विकास होना चाहिए। वेतन को लेकर विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों में काम कर रहे डॉक्टरों की बहुत शिकायत थी। सरकार इस पर बहुत गंभीर है और 2019 के जनवरी महीने से उनके वेतन को बढ़ाया जायगा। डॉक्टरों का वेतन 44,000 रुपये किया जाएगा।
इस मौके पर नंदकिशोर यादव ने कहा कि लोगों में होम्योपैथ के प्रति जो गलत अवधारणा है, उसको दूर करना आवश्यक है ताकि लोगों में होम्योपैथ के प्रति ज्यादा रुचि हो। आज होम्योपैथ अमेरिका और जर्मनी में काफी विकसित है। लोग होम्योपैथ का बड़ी मात्रा में लाभ ले रहे हैं। डॉ चन्द्र ने कहा कि इसका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता और यह पूरी तरह से सुरक्षित है। इसमें बहुत ही कम लागत में इलाज संभव है। डॉ. शामू मुखर्जी, डॉ एमपी राव, डॉ वीसी आचार्य आदि डॉक्टर और मेडिकल छात्र इस समारोह में शामिल हुए।
इस मौके पर कई होम्योपैथ डाक्टरों को बुके और शिल्ड देकर सम्मानित किया गया। भारत जैसे देश में होम्योपैथ पर रिसर्च करने की बात कही ताकि होम्योपैथ का विकास तेजी से हो और होम्योपैथ के तमाम छत्रों से कहा गया कि अपने कर्तव्यों का सही तरीके से इस्तेमाल करें।
मानस दुबे