अयोध्या में मुस्लिम महिलाओं ने कैसे खोली कठमुल्लों की पोल? पढ़ें पूरी खबर
अयोध्या /लखनऊ/पटना : उत्तर प्रदेश में श्रीराम की नगरी में अयोध्या में रविवार को विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये मुस्लिम महिलाओं एवं संत-धर्माचार्यों ने आज एक महायज्ञ किया। मुस्लिम महिलाओं ने मंदिर निर्माण पर कहा कि गंगा—जमुनी संस्कृति के लिए यहां श्रीराम का मंदिर बनना ही चाहिए। यह तो कुछ सिरफिरे कठमुल्लों का कारनामा है कि जिस बात पर हमें गर्व करना चाहिए था, उसे हमने विवाद का विषय बना दिया। श्रीराम का मंदिर अयोध्या में उनके जन्मस्थल पर नहीं बनेगा तो और कहां बनेगा। हम इसी के लिए आज इस यज्ञ में भाग ले रहे हैं।
तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत स्वामी परमहंस दास के द्वारा आयोजित श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये महायज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें यजमान के रूप में आज मुस्लिम समुदाय की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस महायज्ञ में साधु-संतों समेत मुस्लिमों ने भी आहुति डाली जिसमें मुस्लिम महिलाओं की संख्या ज्यादा थी।
महायज्ञ के बाद महंत दास ने कहा कि अयोध्या के विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण को राजनीति से न जोड़ा जाय बल्कि हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबको एक साथ लेकर मंदिर का निर्माण कराया जाय। मुसलमान बाबर का पक्षधर नहीं है, इसलिये उन्हे बदनाम न किया जाय। सभी मुसलमान चाहते हैं कि श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण हो। उन्होंने कहा कि आज मौजूदा मोदी की सरकार में साढ़े चार वर्षों से ज्यादा समय बीत गया है लेकिन मंदिर सम्बन्धित इस तरह के कार्य नहीं किये गये हैं जिससे देश की जनता को लगे कि अयोध्या में मंदिर के मार्ग को प्रशस्त किया जा रहा है।
आलोक शुक्ल