पटना : लोक जनशक्ति पार्टी के पांच सासंद ने चिराग पासवान से किनारा कर लिया है। इनके चिराग से किनारा करने का मुख्य वजह चिराग की कार्य करने की क्षमता और पार्टी द्वारा किए गए कुछ गलत निर्णय बताया गया है। वहीं इन तमाम खबरों के बीच चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति पारस से मिलने के लिए सोमवार को दिल्ली स्थित उनके आवास पहुंच लेकिन यहां इनको घर के बाहर ही आधा घंटा से अधिक इंतजार करना पड़ा।
आधा घंटा चाचा के घर के बाहर खड़ा रहा भतीजा
चिराग पासवान के पशुपति नाथ पारस के घर के बाहर पहुंचने के बाद करीब 30 मिनट तक गेट नहीं खोला गया। ऐसे में चिराग पासवान घर के बाहर ही खड़े रहे। 30 मिनट के बाद गेट खुला तो उनकी गाड़ी अंदर घुसी। हालंकि इसको लेकर कहा जा रहा है कि जिस वक्त चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति पारस से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे तो पशुपति घर पर नहीं थे इस कारण गेट बंद रखा गया।
रविवार को ही लोकसभा अध्यक्ष से हुई थी मुलाकत
मालूम हो की लोजपा के पांच सांसदों ने पशुपति पारस को अपना नेता चुना है।इसको लेकर मिल रही जानकारी के अनुसार लोक जनशक्ति पार्टी के पांच सांसद रविवार की शाम ओम बिरला से मुलाकात करने पहुंचे थे और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को इस बात की जानकारी दी थी कि पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है।
इन पांच सांसदों ने पारस को चुना अपना नेता
पशुपति पारस के नेतृत्व में पार्टी के 5 सांसदों ने पशुपति कुमार पारस को अपना नेता बताया है। चिराग के चचेरे भाई प्रिंस राज, सांसद महबूब कैसर अली , चंदन सिंह, वीणा देवी ने पाला बदल लिया है। लोक जनशक्ति पार्टी के 5 सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और चिराग पासवान की बजाय पशुपति पारस को नेता चुनने की जानकारी दी।
रामविलास के मृत्यु के बाद पार्टी को चला रहे थे चिराग
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद से चिराग पासवान खुद पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने का फैसला लेने के बाद एलजेपी की बुरी हार हुई।