अशोक के बहाने बिहार में ‘सम्राट’ बनने की होड़, जदयू नेतृत्व का भाजपा को नसीहत, नीतीश किसी के कृपा से CM नहीं

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पटना : बिहार एनडीए में इन दिनों वर्चस्व की लड़ाई जोर पकड़ रखी है।जहां भाजपा के तरफ से बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बनने और एक विशेष समुदाय के वोटरों को लुभाने के साथ ही अपनी ताकत बताने को लेकर बीते रात सम्राट अशोक जयंती मनाई गई तो वहीं, उनके ही सरकार में सहयोगी जनता दल यूनाइटेड के तरफ से भी आज राजधानी पटना में अशोक जयंती मनाया गया। वहीं, इस दौरान जदयू के कई नेता भाजपा के लेकर मुखर होते भी नजर आए।

जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आज एक बार फिर भाजपा को खरी-खरी सुना दी है। उन्होंने कहा कि पीछले कुछ दिनों से इस बात की चर्चा हो रही है कि बिहार एनडीए का

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नेतृत्व बदलने वाला है। लेकिन, मैं बता दूं कि हमारी पार्टी जदयू इस मसले पर कोई समझौता करने नहीं जा रही है। नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और नीतीश के बगैर हम किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं हो सकते।

आरक्षण को लेकर हो रही बड़ी साजिश

इसके साथ ही उन्होंने जातिय जनगणना को लेकर भी भाजपा को लपेट में लेते हुए कहा कि आरक्षण को लेकर बड़ी साजिश की जा रही है। कुशवाहा ने कहा है कि जातीय जनगणना पर भाजपा की चुप्पी बेहद खतरनाक है। भाजपा के एक बड़े नेता ने केंद्र में मेरे मंत्री रहते हुए इस बात पर सहमति जताई थी कि जातीय जनगणना होनी चाहिए लेकिन बाद में वे अपने इस स्टैंड से पीछे हट गई।

कुशवाहा ने आरोप लगाया कि अगर जातीय जनगणना नहीं हुई तो आरक्षण को खत्म कर दिया जाएगा। कुशवाहा ने कहा कि यह आरक्षण छीनने की साजिश रची जा रही है।

इधर,पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार जनता के समर्थन से मुख्यमंत्री हैं न कि किसी की कृपा से बिहार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आता है तब सभी पार्टियां पिछड़े, अति पिछड़े और महिलाओं को पूछते हैं ताकि उनका वोट ले सके। वहीं नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए हमेशा से आगे बढ़कर काम किया है।

ललन सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कारण ही आज बिहार पुलिस में 35% महिलाओं को नौकरी दी जा रही है। पिछड़े और अति पिछड़ों को भी हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी तरह का लाभ पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

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