समीकरण बदलते ही कांग्रेस ने ओवैसी को बताया BJP का एजेंट
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री से सीमांचल में नए राजनीतिक समीकरण बनने लगे हैं। इसको लेकर महागठबंधन के नेताओं में असदुद्दीन ओवैसी को लेकर जो खौफ है उसे साफ़ तौर पर देखा जा सकता है। दरससल, कांग्रेस द्वारा पूर्णियां में आयोजित बिहार क्रांति महासम्मेलन में कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं ने बिहार में ओवैसी की सक्रियता पर चिंता जताई है।
इस दौरान कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष नदीम जावेद ने कहा कि तेलंगाना में ओवैसी 119 सीटों में से केवल 7 सीटों पर चुनाव लड़ते हैं और जहां उनका वजूद नहीं वहां पूरे देश मे घूम-घूम कर ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ते हैं। ओवैसी भाजपा के एजेंट हैं।
इसी कार्यक्रम में बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि बिहार में ओवैसी कोई मुद्दा नहीं। ओवैसी की हकीकत सब जान गए हैं। जनता उनके झांसे में नहीं आने वाली। इस बार जनता महागठबंधन को ताज पहनाने वाली है।
वहीं झा ने रामविलास पासवान के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि रामविलास पासवान और चिराग पासवान का मामला उनके बीच का है। लेकिन, चिराग पासवान सच बोल रहे हैं। सच बोलने वालों का विरोध होता है। अभी कांग्रेस के साथ लोजपा के आने का कोई प्रस्ताव नहीं आया है। जब आएगा तो देखा जाएगा।
रघुवंश सिंह के फैसले पर मदन मोहन झा का कहना है कि अभी जनता NDA के खिलाफ है। अभी रघुवंश प्रसाद सिंह को जनता की भावनाओं के साथ रहना चाहिए।