अनुमंडल अस्पतालों में भी कोरोना सैंपल लेने की हो रही व्यवस्थाः मंगल पांडेय

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जांच का आंकड़ा पहुंचा प्रतिदिन दस हजार के पार,
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में मंत्री ने दिये कई निर्देश

पटना: कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग में हुई समीक्षा बैठक के दौरान सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि कोरोना सैंपल के कलेक्शन की व्यवस्था अनुमंडलीय अस्पतालों में भी यथाशीघ्र सुनिश्चित की जाय, ताकि गांव से जुड़े लोगों को इसका भरपूर लाभ मिल सके और ग्रामीण सुविधाजनक तरीके से स्थानीय स्तर पर जांच का लाभ उठा सके।

उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पर्याप्त मात्रा में रैपिड एन्टीजेन टेस्ट किट का भंडारन किया जाय, ताकि जरूरत पड़ने पर इसकी कमी महसूस नहीं हो। उन्होंने समीक्षा बैठक में यह भी निर्देश कि राज्य के सभी मेडिकल काॅलेज सह अस्पतालों में 100-100 आइसोलशन बेड शीघ्रताशीघ्र तैयार किये जाएं।

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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की दिशा में राज्य सरकार अग्रसर है। साथ ही उन्होंने दुहराया कि बिहार में कोरोना जांच का दायरा प्रतिदिन बढ़ रहा है और यह दस हजार के आंकड़े को पार कर गया है।

मंत्री ने निर्देश दिया है कि जांच की इस संख्या को न केवल बरकरार रखी जाय, बल्कि इसको और ज्यादा बढ़ाया जाय। रैपिड एन्टीजेन टेस्ट किट से आधा घंटे में जांच की सुविधा है। ऐसे 40 हजार किट सूबे के विभिन्न अस्पतालों में पहुंच गये हैं और जांच प्रक्रिया जारी है।

उन्होंने स्पष्ट किया गया कि कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है सतर्क रहना और सावधानी बरतना। यदि कोई यह सोचता है कि उसे यह बीमारी नहीं होगी और यह सोचकर कोई असावधानी करता है तो यह उसकी भूल है। इसलिए मास्क लगाने, एक दूसरे से दूरी बनाये रखने और अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलना इस बीमारी के प्रमुख बचाव है।

स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को भरोसा दिया कि कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दिशा में सरकार अग्रसर है। बिहार में कोरोना संक्रमण की दर राष्ट्रीय औसत से बहुत कम है। आइसोलेशन सेंटर पर नजर रखने के लिए निगरानी दल का गठन किया गया है, जो उस सेंटर की पूरी व्यवस्था पर नजर रखेगा।

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