पटना /मुंगेर : मुगेर डीआईजी मनु महाराज द्वारा हथियारों के पुराने एजेंट के तस्करी के आरोप में अरेस्ट करने के बाद पुलिस मुख्यालय ने फैसला किया है कि सभी पुराने हथियार स्टाॅकिस्टों की जांच की जाएगी। जांच की जद में नये एजेंसी भी आएंगे। पुलिस मुख्यालय ने इस आशय पर विचार करते हुए गरूवार को कहा कि पुलिस को इस बात की भी जानकारी है कि कुछ अपराधी भड़े पर हथियार लेकर अपराध को अंजाम देते रहे हैं। इस बात पर भी चर्चा हुई कि उन्हें भाड़े पर हथियार देने वाले आखिर कौन-कौन स्रोत हो सकते हैं। कुछ स्रोतों की जानकारी पुलिस को है तथा कुछ अज्ञात भी हो सकते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस मुख्यालय ने फैसला किया है कि हथियारों की एजेंसियों की न केवल जांच-निरीक्षण किया जाए बल्कि उनके स्टाॅकों का भी औचक निरीक्षण किया जाए। विमर्श के अनुसार स्टाॅकों की पूरी जानकारी जिला पुलिस मुख्यालय सहित जिलाधिकारी को अद्यतन रूप से देनी होगी। हालंाकि अफसरों ने यह भी कहा कि जिलों में नये स्तरों पर शस्त्रों की जांच के साथ-साथ स्टाॅकिस्टों की जांच जरूरी है।
भौतिक सत्यापन के दौरान शस्त्र के गुम होने पर आपराधिक मामले चलेंगे। नागालैंड हथियारों के संबंध में भी चर्चा हुई। नागालैंड के हथियारों के बारे में बताया गया कि उसकी भी होगी। कारण कि कई लोग वहां से शस्त्र खरीद कर बिहार में आवश्यक औपचारिकताओं की पूर्ति नहीं करते।