पटना : मिलिटी इंटेलिजेंस, एटीएस व एनआईए जैसी देश की सर्वोच्च जांच एजेंसियों द्वारा विधायक अनंत सिंह की चल रही जांच के बाद अब ईडी की कड़ी भी जुड़ जाएगी। अनंत की अकूत दौलत को खंगालने के लिए बिहार पुलिस ईडी को उनकी संपत्ति की जांच के लिए कहने वाली है। इस संबंध में बिहार पुलिस ने आज मंत्रणा की है।
सूत्रों ने बताया पुलिस ने जब अनंत के आर्थिक स्रोतों की जांच की, तब उसके होश उड़ गये। अनंत सिंह के पटना, बाढ़, देवघर, मुंबई तथा ग्रेटर नोएडा में कई एकड़ जमीन हैं। उन जमीनों के आर्थिक स्रोतों के बारे में जब टीम ने आपस में बहस-मुहासिबा शुरू की तब पता चला कि महज 20 वर्षों में इतनी बड़ी संपत्ति विधायक ने कैसे एकत्र कर ली।
20 वर्षों तक अंडरवर्ल्ड को बेलगाम हांका
लम्बे समय तक सरकार के साथ रहे अनंत ने अपने बड़े भाई दिलीप सिंह के निधन के बाद अंडरवर्ल्ड को 20 वर्षों में बेलगाम हांका। इस दौरान उन्होंने बाढ़-मोकामा, एनटीपीसी, पटना तथा मुंगेर में अपराधियों की नर्सरी ही खोल दी। उस नर्सरी से 20 वर्षों में सैकड़ों अपराधी निकले जिन्होंने कई जगहों पर वारदातों को अंजाम दिया। अनंत की राह में जो भी रोड़ा बना, उठ गया। उसकी मर्जी ही चलती थी। एक बार तो उसने बाढ़ थाने में पुलिस के अफसर को धक्का तक दे दिया था। हालांकि विधायक को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शरण में जब वे जाएंगे तो माफी मिल सकती है। पर, सीएम हाउस से कोई रिस्पाॅन्स नहीं मिलने के कारण उन्हें यह समझते देर नहीं लगी कि अब उनके लिए दिल्ली काफी दूर चुकी है।
इसके अतिरिक्त उन्हें जब जानकारी मिली कि वे देश के सबसे खतरनाक कानून से घिर गये हैं, जिसमें जमानत की कोई गारंटी नहीं तो वे धीरे से खिसक गये। हालांकि उनके नेपाल जाने की बात कही जा रही है।