एएन कॉलेज में मना राष्ट्रीय विज्ञान दिवस; प्राचार्य बोले— मानवता की भलाई के लिए हो विज्ञान का उपयोग
पटना: राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर गुरुवार को अनुग्रह नारायण कॉलेज (एएन कॉलेज) में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद प्राचार्य प्रो. एसपी शाही ने विज्ञान के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का व्यापक ध्येय है। विज्ञान कैसे समाजोन्मुखी हो और वैज्ञानिक आविष्कारों का उपयोग मानवता की भलाई के लिए हो, इसी बात पर मंथन किया जा रहा है। उन्होंने बिहार के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति लालजी टंडन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह पूरे बिहार के उच्च शिक्षा के लिए सुखद है कि पहली बार राजभवन की ओर से कॉलेजों में ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस‘ मनाने का प्रस्ताव आया। एएन कॉलेज के विज्ञान विषय के शिक्षक व शोधार्थी अपना संबोधन प्रस्तुत किए। इस विमर्श का विस्तृत रिपोर्ट राजभवन को समर्पित किया जाएगा। इन कार्यक्रमों से जो निष्कर्ष निकलेगा, उसका उपयोग वैज्ञानिक शोध के लिए होगा, जो आगे चलकर लोकहित और राष्ट्रनिर्माण में सहायक होगा।
प्रो. शाही ने बताया कि भारत के महान वैज्ञानिक सीवी रमन ने ‘रमन प्रभाव’ का अविष्कार 28 फरवरी 1928 को किया था। इस विशेष दिन को याद करने के लिए पूरे देश में हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इस बार का विषय है— ‘लोगों के लिए विज्ञान और विज्ञान के लिए लोग’। विषय के अनुरूप, संगोष्ठी में यह बात रखी गई कि विज्ञान ने प्रगति कर किस प्रकार मानवता की सेवा की है। प्राचार्य ने कहा कि अब आगे से हर साल एएन कॉलेज में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि एएन कॉलेज विज्ञान की पढ़ाई के लिए पूरे बिहार में प्रसिद्ध है। नैक ने भी इसको उत्कृष्ट शैक्षिक संस्थान माना है। आने वाले समय में एएन कॉलेज विज्ञान की पढ़ाई के क्षेत्र में नई ऊंचाई को प्राप्त करेगा।
इस कार्यक्रम में कॉलेज के बीएससी, एमएससी तथा शोध छात्र—छात्राओं ने रमन प्रभाव, वर्तमान में लोक के लिए विज्ञान आदि विषयों पर अपनी बात रखी।