नवादा : नवादा जिले का सदर अस्पताल अपने कारनामों के लिए मशहूर रहा है। कभी मरीजों को बाहर से आक्सीजन खरीद कर लाने के लिए मजबूर किया जाता है, तो कभी अस्पताल में गधे डेरा जमाकर बैठ जाते हैं। हर बार सुधार व कार्रवाई के आश्वासन दिये जाते हैं, लेकिन अबतक किसी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालात यह है कि व्यवस्था दिन प्रतिदिन सुधरने के बजाय बेपटरी होती जा रही है।
ताजा मामला मरीजों के बेड पर कुत्तों के आराम फरमाने की है। यहां मरीजों के बेड पर चादर हो या न हो, लेकिन कुत्ते को चादर लगे बेड पर अवश्य आराम फरमाते देखा जा सकता है। बेड पर कुत्ते आराम कर रहे हैं, लेकिन बगल के बेड पर मरीज के लिए चादर तक उपलब्ध नहीं करायी गयी है। ऐसे में अस्पताल की कुव्यस्था साफ झलक रही है। तस्वीर कभी झूठ नहीं बोलती। इसलिए इसे कैमरे में कैद किया गया और संबंधित फोटो सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रहा है।
डीएम ने मांगा सीएस से स्पष्टीकारण
सोशल मीडिया चल रही सदर अस्पताल में मरीजों के विस्तर पर आराम फरमा रहे कुत्तों से संबंधित खबर पर जिलाधिकारी ने तेजी से संज्ञान लिया है। नवादा डीएम कौशल कुमार ने स्वास्थ्य विभाग पर कड़ी आपत्ति जतायी। स्वास्थ्य विभाग के विधि-व्यवस्था एवं सुरक्षा पर मीडिया द्वारा चली खबर को प्राथमिकता देते हुए जिला पदाधिकारी ने नवादा के सिविल सर्जन, अस्पताल प्रबंधक एवं डीएस से स्पष्टीकरण की मांग की है।
क्या कहते हैं अधिकारी
अस्पताल में समुचित मात्रा में सुरक्षा गार्ड नहीं हैं। फिर मरीजों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वे वार्ड में आने वाले कुत्तों को भगाने का काम करें।
डा श्रीनाथ प्रसाद, सिविल सर्जन, नवादा