पटना : बिहार में जल संरक्षण के प्राचीन व परंपरागत उपक्रमों को जीवित करने और उसके महत्त्व से लोगों को अवगत कराने के लिए स्वयंसेवी संगठनों की ओर से एक अभियान शुरू किया जा रहा है।’आहर—पईन बचाओ’ अभियान के तहत कई संगठनों का एक मंच बनाया गया है। इस मंच की बैठक बुधवार को अनुग्रह नारायण सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान के सभागार में हुई।
समाज विज्ञानी डॉक्टर जगदीश प्रसाद की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में अभियान के संयोजक एमपी सिन्हा ने कहा कि इसके लिए आम आदमी को जागरूक करने के साथ ही सरकार को भी आहर—पइन जैसे प्राचीन उपक्रमों की अवस्था से अवगत कराना होगा। उन्होंंने कहा कि पूरे बिहार में अध्ययन के बाद जो बातें सामने आई हैं, उससे बिहार सरकार को अवगत कराया जाएगा। इसके लिए दो सितंबर को वृहद संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। इसमें बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से आग्रह किया जाएगा कि जल प्रबंधन के क्षेत्र में बिहार के प्राचीन उपक्रमों से अवगत होकर उनकी वर्तमान अवस्था के बारे में बताया जाएगा। साथ ही उसमें सुधार के सुझाव भी उन्हें दिए जाएंगे।
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