पटना : अगले दो दिनों तक इंटरनेट का उपयोग करने वालों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। उन्हें ट्रांजैक्शन करने में भी मुश्किल हो सकती है। इसका कारण यह है कि मुख्य डोमेन सर्वर और इससे जुड़े इंस्फ्रास्ट्रक्चर जो वेब को कंट्रोल करते हैं, उसे कुछ समय के लिए बंद किया जाएगा।
दरअसल, द इंटरनेट कॉर्पोरेशन ऑफ असाइंड नेम्स एंड नंबर्स नामक नॉन प्रॉफिट प्राइवेट ऑर्गनाइजेशन डोमेन नेम की रजिस्ट्री और आईपी एड्रेस प्रोवाइड करती है। यही संस्था अपनी क्रिप्टोग्राफिक कुंजियों में कुछ बदलाव करने जा रही है। इन क्रिप्टोग्राफिक कुंजियों में बदलाव
बढ़ते साइबर हमलों को देखते हुए किया जा रहा है। आपको बता दें कि क्रिप्टोग्राफिक कुंजी डोमेन नेम सिस्टम को प्रोटेक्ट करने में मदद करती है। इसे हम इंटरनेट ऐड्रेस भी कहते हैं।
हालांकि दुनिया का हर इंटरनेट यूजर इससे प्रभावित नहीं होगा। कम्यूनिकेशन रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ने एक बयान जारी कर कहा है कि सिक्योर और स्टेबल नेम सिस्टम के लिए ग्लोबल इंटरनेट शटडाउन जरूरी है। कम्यूनिकेशन रेग्यूलटरी अथॉरिटी के मुताबिक इंटरनेट शटडाउन के प्रभाव से सिस्टम सिक्योरिटी एक्सटेंशन एनेबल करके इस प्रभाव से बचा जा सकता है।
इसके तहत इंटरनेट ऐक्सेस करने में एरर होगा। इंटरनेट पेज स्लो हो जाएगा या लोड होने में दिक्कत होगी। पुराने सर्विस प्रोवाइडर्स के यूजर्स का इंटरनेट पूरी तरह से ब्लॉक हो सकता है। ट्रांजैक्शन में भी परेशानी हो सकती है।