इस्तीफे के बाद ‘मास्टर’ ने कहा – एक विशेष जाति से होने का भुगतना पड़ा खामियाजा
पटना : राजद नेता पटना के एमएलसी और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री कार्तिकेय कुमार ने बीते रात अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और अब उन्होंने इसके पीछे के कारण को भी स्पष्ट किया है। कार्तिक मास्टर ने कहा है कि मुझे एक विशेष जाति से होने का खामियाजा भुगतना पड़ा है।
कार्तिक मास्टर ने सीएम को दिया अपना इस्तीफा पत्र
दरअसल, बीते दिन अहले सुबह सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लेकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था जब कार्तिक कुमार के विभाग में बदलाव कर दिया था, लेकिन उसी दिन देर रात उससे भी बड़ी घटना तब हुई जब खुद कार्तिक मास्टर ने सीएम से मिलकर अपना इस्तीफा पत्र उनको सौंप दिया। इसके बाद अब बिहार सरकार के पूर्व मंत्री कार्तिकेय कुमार का पहला बयान सामने आया है।
कार्तिकेय कुमार ने कहा है कि किसी को भी यह बर्दाश्त नहीं हो रहा था कि भूमिहार समाज से किसी को मंत्री बनाया गया है। इसलिए बार-बार मेरी छवि धूमिल करने के लिए तरह-तरह की तरकीबें लगाई जा रही थी। इससे मेरी इमेज तो खराब हो ही रही थी, लेकिन साथ-साथ पार्टी और मेरे नेता की भी छवि धूमिल हो रही थी। इससे बेहतर मैंने इस्तीफा देना समझा। इनको ये सारे आरोप विशेष का विरोधी दलों के ऊपर लगाया है।
वहीं, कार्तिकेय कुमार उर्फ मास्टर साहब से यह पूछा गया कि क्या उनको विभाग बदल दिए जाने से आपको कोई नाराज़गी थी, तो जवाब में पूर्व मंत्री ने कहा की मुझे इससे कोई नाराज़गी नहीं थी। सरकार ने मुझपर भरोसा जताते हुए मुझे इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी दी थी और इसको मैं ईमानदारी से निभाना चाहता था।
लेकिन, भाजपा के नेता मेरी छवि खराब करने की हर संभव कोशिश कर रहे थे। यही वजह है कि मैंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और आज अपहरण केस की कोर्ट में सुनवाई भी होने वाली है। फैसला आ जाने के बाद सरकार में मुझे जो भी ज़िम्मेदारी मिलेगी, उसे निभाने के लिए मैं तैयार रहूंगा।