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अनंत के ‘अंत’ के बाद पत्नी नीलम उतरेंगी मैदान में, इस MLC ने किया ऐलान

पटना : बिहार की राजनीतिक गलियारों से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर यह निकल कर सामने आ रही है कि मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत कुमार सिंह की पत्नी नीलम देवी अब विरासत को संभालेंगी। सूचना के मुताबिक मोकामा उपचुनाव में राजद के तरफ से नीलम देवी को उम्मीदवार बनाया जाएगा, इसका एलान पार्टी के तरफ से कर दिया गया है।

अनंत सिंह की सदस्यता समाप्त

दरअसल, मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को एके 47 मामले में सजा सुनाई गई है। जिसके बाद उनकी विधानसभा में सदस्यता समाप्त कर दी गई है। अनंत सिंह के पुश्तैनी घर से एके 47 और हैंड ग्रेनेड मिलने के मामले में एमपी/एमएलए कोर्ट ने उन्हें 10 साल की सजा सुनाई है। जिसके बाद गुरुवार को बिहार विधानसभा ने अधिसूचना जारी कर अनंत सिंह की सदस्यता समाप्त कर दी है। जिसके बाद मोकामा से 5 बार लगातार जीतने वाले बाहुबली विधायक अनंत सिंह की माननीय की कुर्सी छिन गई है ऐसे में अब राजद ने यह कुर्सी उनकी पत्नी नीलम देवी को देने का फैसला किया है।

एमएलसी कार्तिक मास्टर ने यह ऐलान

जानकारी के अनुसार अनंत सिंह के करीबी माने जाने वाले राजद के एमएलसी कार्तिक मास्टर ने यह ऐलान किया है कि मोकामा विधानसभा उपचुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी पार्टी के उम्मीदवार होंगी। कार्तिक मुखिया ने शनिवार को बांटने का ऐलान करते हुए कहा कि अब आनंद सिंह की पत्नी नीलम देवी उनकी राजनीतिक विरासत संभाल लेंगी और आने वाले मोकामा विधानसभा उपचुनाव में वह राजद की उम्मीदवार होंगी।

बता दें कि, यह पहली बार नहीं होगा जब अनंत सिंह की पत्नी राजनीतिक मैदान में अपना किस्मत अजमा आगमाएंगी, बल्कि वह इससे पहले भी साल 2000 में निर्दलीय उम्मीदवार बनकर अपना नामांकन दर्ज करवाया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपना नाम वापस कर लिया था। इससे पहले अनंत सिंह के जेल में रहने के कारण चुनाव प्रचार की पूरी जिम्मेदारी नीलम पर ही थी।

वहीं, 2019 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के टिकट से मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें पौने चार लाख वाेट के साथ दूसरा स्थान प्राप्त हुआ था। ऐसा कहा जाता है इसी चुनाव में अनंत सिंह की नोकझोंक जदयू के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से शुरू हुई थी, तभी से अनंत सिंह का मोह जदयू से कम हुआ और खुद निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।

गौरतलब हो कि अनंत सिंह की विधायक की जाने से अब राजद के विधायकों की संख्या 79 हो गई है। 15 दिन पहले एआईएमआईएम के 4 विधायक राजद में शामिल हुए थे, जिससे राजद के विधायकों की संख्या 80 हो गई थी। लेकिन, अब मात्र एक पखवारे में ही राजद के विधायकों की संख्या में कमी हो गई। हालांकि, इससे बाबजूद राजद बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है।