6 पूर्व IAS के बाद अब बिहार के 12 पूर्व IPS प्रशांत किशोर के पाले में
पटना : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जदयू, राजद, भाजपा समेत बिहार की तमाम राजनीतिक पार्टियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। नए सियासी आईडिया और फ्रेश विचारों के साथ उनकी जनसुराज पार्टी ने पदयात्रा के रूप में जो पहली दस्तक दी, वह अब एक मुकम्मल आकार लेने लगी है। इसकी झलक हाल में 6 पूर्व IAS के उनकी पार्टी में शामिल होने के रूप में सामने आया। अब 6 पूर्व IAS के बाद 12 पूर्व IPS ने उनका दामन थामा है। कल रविवार 7 मई को ये सभी पूर्व IPS बजाप्ता पीके की पार्टी में शामिल हो जायेंगे।
पीके इस समय लगातार बिहार के गांवों में घूम कर लोगों से सीधा संवाद कर रहे हैं। वे लोगों को बता रहे हैं कि क्या सही और क्या गलत है। उनकी इस मुहिम से प्रभावित होकर प्रशासन, स्वास्थ्य, कानून—व्यवस्था और अभियंत्रण से जुड़े लोगों के अलावा समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोग काफी उत्साहित हैं। उन्हें बिहार की राजनीति के पुराने विकल्पों में अब प्रशांत किशोर के रूप में नया विकल्प दिख रहा है। यही कारण है कि आज शनिवार को 12 रिटायर्ड IPS अफसरों ने जनसुराज में दिलचस्पी दिखाई।
जानकारी के अनुसार 7 मई को पटना के जनसुराज कार्यालय में बिहार के 12 रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी पीके के अभियान से जुड़ कर उनकी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। ये सभी पूर्व IPS नीतीश कुमार और लालू-राबड़ी शासन के दौरान बिहार में कई अहम पदों पर काम काम कर चुके हैं। हालांकि अभी उनके नाम का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन वे अपने अनुभव को पीके के अभियान से जुड़ सीधे जनता से कनेक्ट करने की मंशा रखते हैं।