AES पर केंद्रीय टीम ने सौंपी रिपोर्ट, बिहार की हरसंभव करेंगे मदद : हर्षवर्धन

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पटना : बिहार के बच्चों पर कहर बनकर टूटे एईएस यानी एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से लड़ने में केंद्र सरकार बिहार की हरसंभव मदद करेगा। दिमागी बुखार या चमकी बुखार के नाम से जानी जानेवाली इस बीमारी से अब तक मुजफ्फरपुर समेत विभिन्न जिलों में 60 बच्‍चों की मौत हो चुकी है। बिहार का दौरा कर केंद्रीय टीम के वापस नयी दिल्ली पहुंचने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने अपने राज्यमंत्री अश्विनी चौबे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के साथ एक आपात बैठक की। इसके बाद आज शुक्रवार को श्री हर्षवर्धन ने कहा कि ‘केंद्र से भेजे गए डॉक्टरों की टीम ने अस्पतालों का दौरा किया। उन्होंने राज्य सरकार को इस संबंध में जरूरी सलाह दिए हैं। मैंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के साथ दो बैठकें की हैं और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।’

हर्षवर्धन, चौबे और मंगल की आपात बैठक

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महामारी का रूप लेती जा रही इस बीमारी और मासूमों की लगातार हो रही मौत के बाद केंद्र तथा राज्‍य सरकार एक्‍शन में आ गई है। मालूम हो कि गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे मुजफ्फरपुर का दौरा करने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश उनका ये दौरा रद्द हो गया। बुधवार और गुरुवार को सात सदस्यीय केंद्रीय जांच टीम मुजफ्फरपुर का दौरा किया। केंद्र से आये डॉक्टरों की यह टीम दो दिनों तक जांच करने के बाद वापस लौटी। अब सबकी निगाहें इस टीम की रिपोर्ट पर लगी हुई है कि वो कौन से ऐसे कारण हैं जिससे इंसेफेलाइटिस ने इन क्षेत्रों में कोहराम मचा रखा है।

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