वि.स. अध्यक्ष की दो टूक, गड़बड़ी करने वाले दोषी अधिकारियों पर होगी कठोर कार्रवाई
पटना: बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सदन की मर्यादा हमारे लिए सर्वोपरी है। 17वीं विधानसभा के प्रथम बजट सत्र के 22 दिनों में 21 दिन कार्यवाही संचालन एवं लोकहित से संबंधित प्रश्नों के उत्तर दिलाने के मामले में ऐतिहासिक रहा। पूरे सत्र के एक दिन में कुछ घंटे दुखद रहे। इस पर आसन गंभीर है। इस मामले में दोषी अधिकारियों पर ऐसी कठोर कार्रवाई होगी, ताकि वह उदाहरण बने। विधानसभा के मानसून सत्र के पूर्व वे शुक्रवार को पत्रकारवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
अध्यक्ष ने कहा कि पिछला बजट सत्र कई मायने में ऐतिहासिक रहा। विधायकांे की संवेदनशीलता एवं सहयोग से इस सत्र के 95 प्रतिशत समय का सदुपयोग हुआ। सभी सदस्यों के जवाब दिलाने का माहौल बना। कुल अनुसूचित प्रश्नों के 98 प्रतिशत एवं तारांकित प्रश्नों के 91 प्रतिशत का जवाब दिलाने में सदन सफल रहा। विधायक अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं के प्रति संवेदनशील दिखे। सरकार से प्रश्नों का जवाब मिलने से जनता का सदन पर विश्वास बढ़ा है। विगत 30 वर्षों की रिपोर्ट के अध्ययन से पता चलता है कि पिछले विधानसभा में 15 से 25 प्रतिशत प्रश्नों के ही जवाब मिल पाते थे।
विधानसभा जाने में विधायकों के भय से संबंधित प्रश्नों पर उन्होंने कहा कि जो गलत करते हैं, उन्हें ही भय होता है। जो गलत नहीं होते उन्हें भय नहीं होता। जांच की रिपोर्ट आ जाने के बाद इस मामले में कठोर कार्रवाई होगी। माननीयों से अमर्यादित व्यवहार करने वाले अधिकारी पर कार्रवाई होगी।