गणित के साथ गायन एवं वादन में भी निपुण थे आचार्य रणजीत कुमार
मुंगेर : वरिष्ठ माध्यमिक सरस्वती विद्या मंदिर, मुंगेर के आचार्य रणजीत कुमार का भागलपुर के अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन पर आज विद्यालय में ऑनलाइन शोक सभा आयोजित की गई। इस शोक सभा में सभी आचार्यों ने दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
इस मौके पर उपस्थित भारती शिक्षा समिति/शिशु शिक्षा प्रबंध समिति बिहार के प्रदेश सचिव प्रकाशचन्द्र जायसवाल ने कहा कि विपरित परिस्थतियों में भी संगठन द्वारा दिए जानेवाले विभिन्न दायित्वों को चुनौती के रूप में स्वीकार कर कार्य करना उनकी बहुत बड़ी विशेषता थी। वे गणित के आचार्य होने के साथ ही घोष, गायन एवं वादन में भी निपुण थे। उनके निधन से संगठन को अपूरणीय क्षति हुई है।
असमय निधन से विद्यालय परिवार एवं संगठन मर्माहत
वहीं प्रदेश सहसचिव प्रदीप कुशवाहा ने शोक व्यक्त करते हुआ कि वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उनकी व्यवहार कुशलता काफी प्रशंसनीय थी। उनके असमय निधन से विद्यालय परिवार एवं संगठन मर्माहत है। भगवान उनको अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं परिवारजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति दें।
साथ ही विभाग प्रमुख राजेश कुमार रंजन ने कहा कि वे मृदुभाषी होने के साथ-साथ अनुशासनप्रिय व्यक्ति थे। वे किसी भी कार्य को इंकार नहीं करते थे।
विद्यालय परिवार एक कर्मशील एवं मेहनती कार्यकर्ता को खो दिया
विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति की सचिव सरोज कुमारी ने कहा कि विद्यालय परिवार एक कर्मशील एवं मेहनती कार्यकर्ता को खो दिया है। प्रभु उनकी आत्मा को शांति एवं परिवारजनों को कष्ट सहने की शक्ति दें। इस दुःख की घड़ी में पूरा विद्यालय उनके परिवार के साथ खड़ा है।
प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक ने कहा कि वे एक अनुशासित, कर्मठ एवं विद्यालय के लिए सतत कार्य करने वाले शिक्षक थे तथा छात्रों के साथ ही आचार्यों में भी लोकप्रिय थे। वे शारीरिक क्षेत्र के साथ-साथ गणित एवं बांसुरी वादन में भी निपुण थे। उनमें नेतृत्व करने की क्षमता एवं विपरित परिस्थितयों में समस्याओं का समाधान, छात्र एवं प्रबंधन के साथ समायोजन करना उन्हें विद्यालय में लोकप्रिय बनाया था। उनका असमय निधन विद्यालय के लिएअपूरणीय क्षति है। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।
आचार्य नवनीत चन्द्र मोहन ने कहा कि वे राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत थे। इस विद्यालय में वे तीन वर्षों के कालखंड में ही अपने अनुशासित कार्यों से सबके प्रिय हो गए थे।
प्रातीय सोशल मीडिया प्रमुख संतोष कुमार ने कहा कि सकारात्मक सोच रखनेवाले, मृदुभाषी, सदा विद्यालय, समाज एवं देशहित में चिंतन करनेवाले, कर्तव्यनिष्ठ, समाजसेवी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाल स्वयंसेवक तथा विद्यालय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के अनेक दायित्वों का निर्वाह करने वाले आज हमारे बीच नहीं रहे। इस कार्यक्रम का संचालन आचार्य अरूण कुमार के द्वारा किया गया।
मुंगेर से संतोष कुमार की रिपोर्ट