अब गोपालगंज में कोरोना और पर्यावरण की जुगलबंदी, जून में दिसंबर वाला कोहरा
पटना : गोपालगंज के लोगों को जून की गर्मी वाले मौसम में दिसंबर की सर्दी वाले कोहरे का अहसास हो रहा है। आज रविवार को कोरोना लॉकडाउन के चलते वाहनों और और अन्य प्रदूषण फैलाने वाले कारकों पर रोक का नतीजा गोपालगंज में तब सामने प्रत्यक्ष दिखा जब अचानक यहां का पूरा आसमान बादलों से घिर गया। इसके बाद दो—तीन घंटे तक गोपालगंज शहर और आसपास का पूरा इलाका घने कोहरे में डूब गया। यह कोहरा कुछ उसी तरह का था, जैसा दिसंबर में जाड़े में पड़ता है।
कोहरे की वजह से जून वाले महीने में यहां दृश्यता काफी कम हो गयी। लोगबाग एक अलग तरह की अनुभूति के साथ आपस में इसकी अपने—अपने हिसाब से व्याख्या करने लगे। माना जाता है कि लॉकडाउन के चलते पर्यावरण साफ होने से मॉनसून और बारिश का चक्र बेहतर काम करने लगा है। इससे बादल थोड़ा भी तापमान बढ़ने पर घुमड़ने लग रहे हैं। अब चूंकि वातावरण में नमी भी काफी है इसलिए सर्दियों जैसा घना कोहरा भी पड़ने लगा है।
हालांकि मौसम विशेषज्ञ इस घटना को नुकसान वाला भी बता रहे हैं क्योंकि इसका विपरित असर मौसमी फसलों पर हो सकता है। साथ ही तापमान भी 28 डिग्री से घटकर अचानक 19 डिग्री तक आने को फसलों के लिए नुकसानदेह बताया जा रहा है। एक अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि चूंकि इधर देशभर में लगातार अलग—अलग तूफान सक्रिय रहे हैं, इसीलिए मौसमी बदलावों के साथ कई परिवर्तनकारी पर्यावरणीय घटनाऐं भी सामने आ रही हैं।