हिंदू धर्म में सबसे अधिक महत्व कार्तिक माह में पड़ने वाली पूर्णिमा की होती है। आज यानि 12 नवंबर को इस साल की कार्तिक पूर्णिमा मनाई गई। आज ही के दिन देव दिवाली का त्यौहार भी मनाया जाना है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का बहुत महत्व होता है।गंगा नदी में सुबह से ही लोग अलग-अलग जगहों से डुबकी लगाने पहुंचे हैं। डुबकी लगाने वाले श्रद्धालु काली मंदिर, हनुमान मंदिर और आस-पास के सभी मंदिरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं। उत्तर-बिहार के कई जगहों से लोग पटना के काली घाट, कृष्णा घाट, एन आई टी घाट समेत राजधानी के प्रमुख घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई।
गंगा में डुबकी लगाने के लिए लोग रात से ही पटना के घाटों पर पहुंचे हुए थे। कुछ श्रद्धालु सुबह आकर गंगा में डुबकी लगाएं हैं । NDRF और SDRF की टीम गंगा की घाटों पर वाटर वोट के साथ तैनात हैं। श्रद्धलुओं को परेशानी ना हो इसके लिए प्रशासन हर जगह मुस्तैद है। ज्योतिष विद्वानों की माने तो दिवाली के अवसर पर अगर देवी लक्ष्मी की कृपा नहीं बरसती है तो कार्तिक पूर्णिमा यानि देव दीपावली के दिन एक साथ सभी देवी-देवता कृपा करते हैं।