आरोपों का जवाब काम से देते हैं CM नीतीश, उन्हें मालूम राज्य में कहां हुआ विकास

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पटना : बिहार में अपनी राजनीतिक वजूद को खड़ा करने की कोशिश में लगे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गुरूवार को जो रूप रेखा दिया है और उन्होंने जिस तरह लालू – नीतीश सरकार पर हमला बोला है, इसके बाद इसपर पहली बार सीएम नीतीश की प्रतिक्रिया सामने आई है।

दरअसल, गुरूवार को प्रशांत किशोर ने कहा था कि बिहार में 30 साल तक शासन करने के बावजूद 2 बड़े नेताओं ने राज्य की समस्या को खत्म नहीं किया। वहीं, इसको लेकर आज जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने इस सवाल का जवाब अपने ही अंदाज में दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कौन क्या कहता है, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।

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मैं किसी के कहने और बोलने को महत्व नहीं देता

इसके आगे नीतीश ने अपने चिर- परिचित अंदाज में कहा कि मैं किसी के कहने और बोलने को महत्व नहीं देता हूं। मुझे पता है मैंने बिहार के लिए क्या काम किया है। वहीँ, नीतीश ने पत्रकारों से यह कहा कि आपलोग ही जाकर प्रशांत किशोर को बता दीजिए कि बिहार में क्या काम किया गया है। सीएम नीतीश ने कहा कि मैं किसी की तरफ से कोई बात कहे जाने पर ना तो प्रतिक्रिया देता हूं और ना ही किसी के कहने पर बहुत ज्यादा महत्व देता हूँ।

गौरतलब है कि, प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के साथ अपने व्यक्तिगत रिश्तो का उदाहरण देते हुए कहा था कि नीतीश कुमार उनके पिता तुल्य हैं। लेकिन, पीके ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया था कि लालू यादव से लेकर नीतीश कुमार तक के शासनकाल में बिहार के अंदर आधारभूत विकास की संरचना विकसित नहीं की गई। राज्य में आज भी शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र में बदहाली है और केंद्र सरकार के आंकड़े बताते हैं कि बिहार में पिछड़ेपन की स्थिति क्या है।

जिसके बाद पीके के इस आरोप पर आज मुख्यमंत्री से सवाल हुआ था लेकिन नीतीश कुमार ने पीके के बयान को ज्यादा तरजीह देने से मना कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता तय करती है कि राज्य में विकास का काम हुआ है या नहीं।

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