पटना : मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजना में गड़बड़ी करने वाल 10 मुखियाओं को राज्य सरकार ने बर्खास्त कर दिया। सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट-सात निश्चिय योजना में अनियमितता कर उन्होंने विकास को पलीता लगाने का काम किया था। पंचायती राज विभाग ने गड़बड़ी करने वाले इन सभी मुखिया को बर्खास्त करते हुए अगले पांच सालों तक इनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी है।
इन मुखियाओं पर हुई कार्रवाई
पंचायती राज विभाग ने नवादा के अकबरपुर प्रखंड के राजमहल पंचायत की मुखिया शाहिमा खातून, नासरीगंज प्रखंड के ओडो पंचायत की मुखिया मिंता देवी, नरहट के नरहट पंचायत की मुखिया उर्मिला देवी, नादरगंज प्रखंड के हंडिया पंचायत के मुखिया प्रमोद कुमार, नादरगंज के कहुआरा पंचायत के मुखिया राकेश कुमार, शेखपुरा के चेवड़ा प्रखंड की मुखिया पिंकू कुमार, कैमूर के चांद प्रखंड के लोहदन पंचायत की मुखिया हीरावती देवी, बांका में शंभुगंज प्रखंड अंतर्गत चुटिया बेलारी की मुखिया बीबी फरजिना बेगम, औरंगाबाद के देव् प्रखंड अंतर्गत एकरौरा पंचायत के मुखिया प्रमोद प्रसाद चौरसिया तथा नालंदा के राजगीर प्रखंड के गोरौर ग्राम पंचायत के मुखिया संतोष कुमार दिवाकर को को बर्खास्त किया गया है।
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विदित हो कि सात निश्चय योजना के तहत किये गए कार्यों का संबंधित जिलों के डीएम ने जांच की थी। डीएम की अनुशंसा के बाद पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने यह कार्रवाई की।