पटना : दीघा से आर ब्लॉक तक बिहार सरकार की प्रस्तावित महत्वकांक्षी योजना के तहत बनने वाली सिक्स लेन सड़क से राजीव नगर का कायाकल्प होने वाला है। राजधानी में रहकर भी राजधानी से बाहर होने का एहसास कराने वाला यह इलाका कई मायनों में लाभान्वित होगा। इसी रूट पर मेट्रो ट्रेन चलाने की भी योजना है। बिहार की यह ऐसी पहली सड़क होगी, जहां राजधानी के लोग अच्छी सड़क के साथ मेट्रो का भी आनंद लेंगे। बिहार सरकार ने इस सड़क के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। एक नज़र राजीव नगर को होनेवाले फायदे पर।
नए—नए कल कारखाने लगने की संभावना
छह लेन की सड़क बनने से पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एरिया में उद्योगों की संख्या बढ़ने की संभावना है।बियाडा के डीओ रविरंजन ने बताया कि छह लेन की सड़क बनने से पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एरिया को नया जीवनदान मिलेगा। फिलहाल बिहार सरकार की प्रायोरिटी लिस्ट में जो उद्योग हैं उन्हीं पर फ़ोकस किया जा रहा है। नए उद्योग की कोई बात नहीं है। लेकिन इस सड़क के बनने को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार अपनी उद्योग पालिसी में बदलाव लाती है तो फिर उसके अनुसार निर्णय लिया जाएगा। स्पष्ट है कि इस सड़क की घोषणा होने के बाद बंद पड़े कल—कारखानों के एक बार फिर से खुलने की संभावना जगी है। नए—नए इंडस्ट्री के आने की भी बात होने लगी है।
रोज—रोज के जाम से मिलेगी मुक्ति
इलाके के लोग जाम से बहुत परेशान रहते हैं। जाम लगना राजीव नगर के लिए नई बात नहीं है।चूंकि मेन रोड एकमात्र होने की वजह से जाम की समस्या यहां बराबर बनी रहती है। प्रिंटिंग प्रेस चलाने वाले एक युवक ने बताया कि चौड़ी सड़क बन जाएगी तो जाम से तो कम से कम मुक्ति मिल ही जाएगी। मेरे लिए इस रोड के बनने का मतलब है जाम से मुक्ति।
नए आॅफिस और बाजार खुलने की संभावना
राजीव नगर के आदित्य ने बताया कि जहां भी सरकार कुछ बड़ी योजना लागू करती है, नए—नए सरकारी स्कूल, ऑफिस और बिल्डिंग का निर्माण भी करवाती है। ऐसे में राजीव नगर और उसके आसपास के इलाकों में रोजगार की भी संभावना बढ़ गई है। जो भी हो राजीव नगर को इससे निश्चित तौर पर फायदा होगा।
बढ़ जायेगी कनेक्टिविटी
दूध का कारोबार करनेवाले रवि ने बताया कि सड़क के बनने से पाटलिपुत्र जंक्शन और पटना जंक्शन दोनों जगहों पर जाने में हमे सुविधा हो जायेगी। बस और ऑटो पकड़ने के लिए हमें दूर नहीं जाना पड़ेगा। अभी हमें थोड़ा दूर जाना पड़ता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और बड़े आराम से आ जा सकेंगे।
मानस दुबे