5जी इंटरनेट से कैसे बदल जाएगी दुनिया? भारत में कब होगी शुरुआत?

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पटना/नयी दिल्ली : अभी भारत में 4जी इंटरनेट सेवा चल रही है, लेकिन शीघ्र ही हमारा देश 5जी से लैस होने वाला है। यानी हाईस्पीड इंटरनेट सेवा। यूरोप के कई देशों में तो यह 2019 के शुरुआत से ही काम करने लगेगा। भारत भी ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ को और आगे बढ़ाने के लिए 5जी यानी फिफ्थ जेनरेशन टेक्नॉलजी लाने की तैयारी में लग गया है। यह सेवा हमारे जीवन को भी पूरी तरह बदल कर रख देगी। आइए जानते हैं कि यह क्या है? और कैसे यह हम भारतीयों के जीवन को प्रभावित करने वाली है। 5जी न सिर्फ इंटरनेट की स्पीड कई गुना बढ़ा देगा बल्कि टेक्नॉलजी की दुनिया में भी एक क्रांति ले आएगा। इसके तहत आपका डिवाइस घर पर मौजूद हर उपकरण यानी फ्रिज से लेकर सुरक्षा सिस्टम तक सभी से जुड़ा रहेगा। भारत में 5जी नेटवर्क 2022 तक आएगा।

क्या है 5जी? क्या होंगे बदलाव

इंटरनेट की दुनिया में कुछ सालों के बाद नेटवर्क में बदलाव किया जाता है। 2जी से शुरू होकर अब यह 5जी के मुहाने तक आ पहुंचा है। 5जी आने के बाद आपके नेटवर्क में तीन बदलाव होंगे। एक तो नेटवर्क काफी तेज हो जाएगा यानी नेटवर्क संबंधी कोई परेशानी नहीं। दूसरा पॉवर और बैटरी का प्रयोग काफी कम हो जाएगा। और तीसरा डेटा को ट्रांस्फर करने की स्पीड बढ़ जाएगी। 5जी में इंटरनेट स्पीड पहले के मुकाबले 10 गुना ज्यादा तेज होगी। जहां 4जी में आपके 100 एमबीपीएस की स्पीड मिलती थी, वहीं 5जी में 10 हजार एमबीपीएस की स्पीड मिला करेगी।

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कनेक्टेड सिटी और स्मार्ट घर

दस वर्ष पूर्व जिस तरह से 4जी ने हमारी जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया था वैसे ही साल 2022 में भी भारत में कुछ ऐसा ही होगा। 4जी से पहले हम ऑनलाइन गानें, एप्स और डिजिटल ट्रॉंजैक्शन नहीं कर पाते थे लेकिन जैसे ही 4जी आया जीवन बहुत बदल गया।
5जी की मदद से एक शहर दूसरे शहर से जुड़े रहेंगे जिसमें ट्रैफिक, कूड़ा मैनेजमेंट, पॉवर सप्लाई और गाड़ियों का आना—जाना शामिल होगा। यह सबुकछ स्वचालित होगा जिससे ट्रैफिक में भी काफी मदद मिलेगी। 5जी नेटवर्क की मदद से सिक्योरिटी सिस्टम, पॉवर सप्लाई, वाटर मैनेजमेंट जैसी चीजों को कंट्रोल किया जा सकेगा। इसकी मदद से हम न सिर्फ दूध ही ऑर्डर कर पाएंगे, ब्लकि एक ईशारे पर पानी और बिजली को भी बंद कर पाएंगे। तबीयत खराब होने पर आपात चिकित्सा का लाभ भी ले सकेंगे। यही नहीं, खुद से चलने वाली गाड़ियां भी सड़कों पर काफी नजर आने लगेंगी तथा इससे एक्सिडेंट के खतरे भी कम होंगे।

द. कोरिया में सबसे पहले मिलेगी सेवा

आजकल जितने भी कंप्यूटर हार्डवेयर या सिस्टम हैं वो अकेले काम करते हैं। 5जी आने के बाद ये सिस्टम एक दूसरे से बात करेंगे। 5जी कम कीमत वाले सेंसर्स और बड़ी बैटरी बनाएगा। ऐसे एप्स बन जाऐंगे जिनका इस्तेमाल सरकारी दफ्तर, अस्पताल और खेती के लिए किया जाएगा। सबसे पहले इस सर्विस को साउथ कोरिया में अमेरिकी कंपनी द्वारा शुरू किया जाएगा। फिर 2019 में ही जापान में इसकी शुरूआत हो जाएगी। भारत में अगले साल से ऑप्टिकल केबल इंफ्रास्ट्रक्चर को भी 15 लाख किलोमीटर से बढ़ाकर 25 लाख किलोमीटर तक करने पर काम होगा जिसके बाद 2022 में यह सेवा यहां भी मिलनी शुरू हो जाएगी।

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