रामविलास पासवान का 50 साल राजनीति में बेदाग, मिलें राजकीय सम्मान -चिराग
पटना : लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान की बरसी के मौके पर चिराग पासवान ने अपने पूरे परिवार के साथ अपने पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
रामविलास पासवान की बरसी पर चिराग पासवान के साथ उनकी मां रीना पासवान, बड़ी मां राजकुमारी देवी, समेत परिबार के सभी अन्य सदस्य भी मौजूद रहे। इसके साथ ही अपने बड़े भाई की बरसी पर केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस भी पटना पहुंचे और रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित की।
वहीं पिता को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद चिराग पासवान ने कहा कि स्व. रामविलास पासवान की बरसी के मौके पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों का पहुंचना यह दर्शाता है कि वह अपने नेता को कितना मानते हैं। यह लगों का प्यार ही है कि आज अपने नेता की बरसी के मौके पर इतना बड़ा जनसैलाब उमड़ा है।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश के बरसी कार्यक्रम में अभी तक न पहुंचने की बात पर चिराग ने कहा कि उन्होंने पूरी कोशिश की मुख्यमंत्री तक निमंत्रण भिजवाने की। शनिवार को भी उनके कुछ साथी निमंत्रण पत्र लेकर सीएम आवास पहुंचे थे। चिराग ने कहा कि आज राजनीति करने का मौका नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पापा रामविलास पासवान ने समकक्ष रहकर काम किया है। हालांकि अबतक सीएम ने उनका निमंत्रण स्वीकार नहीं किया है लेकिन फिर भी चिराग ने यह उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री जरुर आएंगे।
चिराग ने रामविलास पासवान के लिए राजकीय सम्मान की मांग करते हुए कहा कि हमारे नेता रामविलास पासवान का 50 साल का सक्रिय राजनीति में बेदाग योगदान रहा। राज्य की तरफ से उन्हें सम्मान मिलना चाहिए। मैं चाहता हूं कि राष्ट्रीय शोक की घोषणा हो। मैं चाहता हूं कि उनकी एक प्रतिमा भी राज्य में लगाई जाए ताकि आने वाली पीढ़ी उनके मार्गदर्शन लें।