पटना : राजधानी के मोहनपुर पुनाईचक संप हाउस में शनिवार के दिन 10 वर्षीय दीपक नाम का लड़का गिर गया था। लेकिन 60 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है। बिहार सरकार के कई विभागों के आला अधिकारी, पटना नगर निगम, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के तमाम अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। सभी अपने—अपने स्तर से लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कामयाबी उनके हाथ अभी तक नहीं मिल पाई है। उधर लड़के के माता पिता का रो रो कर बुरा हाल है। वो कुछ भी बता पाने की हालत में नहीं हैं। लड़के की बुआ ने बताया कि अभी तक प्रशासन की तरफ से दीपक के मिलने या न मिलने के बारे कोई जानकारी नहीं दी गई है। वहीं बिहार राज्य जल परिषद के अधिकारी मीयिंग करने का बहाना बनाकर कोई भी आधिकारिक बयान देने से बचते रहे।
क्या कहते हैं बचाव कार्य में लगे कर्मी
पटना नगर निगम सफाई निरक्षण अधिकारी अर्जुन प्रसाद ने बताया कि ये लाइन और ये नाला बिहार राज्य जल परिषद के अधीन आता है। इसके जैसे जितने भी नाले पटना में आते हैं उन सब की देखरेख साफ—सफाई और व्यवस्था की सारी जिम्मेदारी जल परिषद के अधीन ही आता है। चूकि घटना पटना में हुई है और निगम और सरकार की अन्य संस्थाए जनता के प्रति जवाबदेह हैं, इसलिए मानवता और सहानुभूति के साथ हमलोग भी जीजान से उस बच्चे को बचाने के प्रयास में लगे हुए हैं। अर्जुन प्रसाद ने बताया कि घटना शनिवार को 1:30 बजे के आसपास हुई और मैं वो पहला शख्स था जो अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचा और तब से अभी तक इस काम को हमलोग कर रहे हैं। पटना नगर निगम घटना की पल—पल की खबर ले रहा है। बिहार सरकार के भी संपर्क में हमलोग हैं। पटना नगर निगम की तरफ से सुपर सकर मशीन भी लाया गया है। यहां तक कि बिहार सरकार के कई विभाग भी इस रेस्क्यू टीम का हिस्सा बनी हुई हैं। एनडीआरफ एसटीआरफ की टीम इस बचाव कार्य में दिन रात एक किये हुए हैं। 60 लोग मिलकर इस अभियान को अंजाम दे रहे हैं।
एनडीआरफ के इंस्पेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि पुनाईचक से लेकर श्रीकृष्णा पूरी के सभी नालों की खुदाई कर रहे हैं लेकिन अभी तक बच्चे का कुछ पता नहीं कर पाए हैं। यही नाला आनंदपुरी से होते हुए राजापुर पुल तक जाता है। इन एरिया के नालों की हर तरह से खुदाई हो रही है।
आसपास के लोगों में भारी आक्रोश
स्थानीय निवासी गरीबन पासवान ने बताया कि जिस समय नाले में बच्चा गिरा उस समय नाले में पानी का बहाव बहुत तेज़ था। दीपक कब गिरा इसकी सही जानकारी नहीं है। उसके साथ कुछ दोस्त थे, उन्ही लोगों ने रोते हुए हल्ला करना शुरू कर दिया। तब जाकर मोहल्ले के लीगों को ये बात मालूम हुई। एक अन्य स्थानीय युवक विवेक कुमार ने बताया कि बात जब मीडिया तक चली गई तब जाकर प्रशासन की नींद टूटी। बगल में ही थाना है लेकिन उनकी तरफ से बच्चे की सहायता के लिए कोई करवाई नहीं की गई। फिर धीरे धीरे नगर निगम के अधिकारी पहुंचने लगे। फिर तो एनडीआरफ एसडीआरफ भी घटनास्थल पर पहुंच गया। स्थानीय लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की तरफ से उस परिवार को मुआवजा मिले और जो संभव हो सके मदद की जाए। वहीं पटना महानगर भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष मनीष कुमार ने सारी बातों को दरकिनार करते हुए कहा कि जब से घटना की जानकारी हुई है, तभी से पूरा प्रशासन बचाव कार्य में लगा हुआ है। बच्चे के सकुशल वापसी का सभी को इंतज़ार है। यहां पर अफवाह बहुत फैला हुआ है। इस पर ध्यान मत दीजिये। लोगों को शिकायत करने से पहले जागरूक होना ज्यादा जरूरी है।
(मानस दुबे)