49 वर्षों की किस भूल का शिकार बना दीपक? पटना के नालों ने उगला शराबबंदी का सच?
पटना : 72 घंटे बीतने को हैं लेकिन अभी तक दीपक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। जिस नाले में दीपक गिरा वो पिछले 49 वर्षों से खुला हुआ था। ये अपने आप मे बिहार सरकार और पटना नगर निगम की पोल खोलने के लिए काफी है। दीपक तो सरकारी निकम्मेपन का शिकार हो गया, लेकिन उसके साथ हुए दर्दनाक हादसे ने बिहार सरकार और नगर निगम के स्मार्ट सिटी को लेकर किए जा रहे दावों की भी धज्जियां उड़ा दी हैं।
72 घंटे के रेस्क्यू ने खोली स्मार्ट सिटी की पोल
कहा जाता है कि बिना किसी कुर्बानी के कोई आंदोलन खड़ा नहीं होता। आज दीपक के चलते पूरे समाज और सरकार का सिस्टम नंगा हो गया है। दीपक के मिलने की आस अब लगभग खत्म सी हो गई है, पर उसे खोजने के क्रम में नाले से जो कचरा निकला, वह भी सरकार के चेहरे से मुखौटा उतार रहा है। सबसे चौंकाने वाला कचरा उन शराब की खाली बोतलों का मिला है, जो शराबबंदी के बाद बनी होने के डेटलाइन के स्टीकर के साथ मिली हैं। दीपक के साथ हुए हादसे ने बिहार सरकार द्वारा लागू किये गए शराबबंदी और स्मार्ट सिटी के दावों पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
दीपक की खोज मेें जितने भी नाले की खुदाई हुई उनमें बड़ी मात्रा में शराब की बोतलें और कचरा निकल रहा है। ये बताता है कि किस तरह प्रदेश में शराबबंदी की घोषणा महज़ मज़ाक बन कर रह गई है। जितनी भी बोतले मिली हैं वो सब शराबबंदी के बाद कि है। कचरा इतनी बड़ी मात्रा में निकल रहा है कि इससे सहज ही अंदाजा लगया जा सकता है कि पटना नगर निगम साफ सफाई के मामले में कितनी मुस्तैद है।
पुतले का सहारा लेकर सीन रिक्रिएट करने की कवायद
एसडीआरफ के डिप्टी कमांडेंट एसएस यादव ने बताया कि अभी तक जितने भी नालों की खुदाई की गई है उसमें दीपक का कोई सुराग नहीं मिला है। हमने गोताखोरों की भी मदद ली थी। जिन जिन चैंबरों में गोताखोर उतरे, बहुत अंदर तक गए। पर कामयाबी नहीं मिल सकी। खोज में सबसे बड़ी समस्या आ रही है कचरे की। जहां तक आज के रेस्क्यू आपरेशन की बात है तो आज हमलोग एक पुतले के सहारे सीन को रिक्रिएट करने जा रहे हैं। जिस हालात में दीपक गिरा था, ठीक वैसी ही परिस्थिति का निर्माण किया जायेगा और पुतला जहां जाकर रुकेगा वहां से एक बार फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू किया जायेगा।
बिहार राज्य जल परिषद के जूनियर इंजीनियर वीके सिंह ने कहा कि हम लोग भी जितना सपोर्ट चाहिए, उतना कर रहे हैं। हमारे आदमी 3 शिफ्ट में काम कर रहे हैं। वहीं पुनाईचक संप हाउस में तैनात इंजीनियर ने बताया कि जैसे ही घटना की जानकारी हुई हमलोगों ने पानी चलाना बंद कर दिया था। पटना नगर निगम के सफाई निरक्षण अधिकारी अर्जुन प्रसाद ने बताया कि आज ओपन नाला को भी सर्च किया जायेगा। वो हरसंभव प्रयास किया जाएगा जिससे कि दीपक मिल जाय। कोई भी पहलू को हमलोग छोड़ना नहीं चाहते हैं। आज आर्मी के आने की भी संभावना है।
मानस दुबे